पटना, 8 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में प्रमुख घटक दल जनता दल यूनाइटेड के नेता इन दिनों भाईचारा यात्रा पर हैं। इस यात्रा का मकसद भले ही भाईचारा का संदेश देने की हो, लेकिन कहा जा रहा है कि जदयू इस यात्रा के जरिए अल्पसंख्यक मतदाताओं की नब्ज टटोल रही है।
यात्रा की शुरुआत 1 अगस्त को पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज से हुई। लगभग एक महीने तक चलने वाली यह यात्रा बिहार के 38 जिलों में से 27 जिलों में पहुंचेगी, जहां बड़ी संख्या में मुस्लिम आबादी है।
यात्रा का नेतृत्व एमएलसी खालिद अनवर कर रहे हैं, जिसमें समय-समय पर बिहार के कुछ प्रमुख मंत्री शामिल होंगे, जिनमें अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान भी हैं।
हाल में बिहार शरीफ और सासाराम सहित कई इलाकों में हुए तनाव को लेकर भाजपा नीतीश कुमार पर निशाना साध रही है। भाजपा नेता सरकार पर तुष्टिकरण के आरोप भी लगा रहे हैं।
जदयू को आशंका है कि भाजपा चुनाव के दौरान इसे मुद्दा भी बना सकती है। ऐसे में जदयू इस मुद्दे को समाप्त करना चाहती है।
खालिद अनवर कहते हैं कि भाजपा पूरे राज्य में भाईचारा समाप्त करना चाहती है। अपने भाइयों को ही आपस में लड़ाना चाहती है।
इधर, कहा जा रहा है कि बिहार में मुस्लिम मतदाता राजद के बोटबैंक माने जाते रहे हैं, ऐसे में जदयू की कोशिश है कि अल्पसंख्यक मतदाता जो जदयू से छिटक गए हैं, उसे फिर से जोड़ा जा सके।
भाजपा की प्रमुख सहयोगी रही जदयू पिछले साल अगस्त में एनडीए से बाहर हो गई थी, जिसके बाद नीतीश ने अपनी सरकार बनाने के लिए राजद और अन्य महागठबंधन सहयोगियों से हाथ मिलाया।
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