बेंगलुरु, 15 अगस्त (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मंगलवार को लोगों से 'सच्चे स्वतंत्रता सेनानियों को अपमानित' करने वालों से सावधान रहने को कहा और उन्हें ब्रिटिश एजेंट बताया।
“हम वो लोग हैं, जिन्होंने कर्नाटक के स्वतंत्रता सेनानी संगोल्ली रायन्ना को अंग्रेजों को सौंप दिया था और अब भी अंग्रेजों के एजेंट हैं। वे हमारे सच्चे स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करते हैं।”
उन्होंने क्रांतिवीरा संगोल्ली रायन्ना फाउंडेशन और ब्रृहत बेंगलुरु महानगर निगम द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित क्रांतिवीरा संगोल्ली रायन्ना की 226वीं जयंती पर भाषण दिया और रायन्ना की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
"15 अगस्त देश का स्वतंत्रता दिवस है। इस दिन शहीद सांगोली रायन्ना का जन्मदिन भी है। स्वतंत्रता सेनानी सांगोली रायन्ना की भी यही आकांक्षा थी। 15 अगस्त रायन्ना का जन्मदिन है, जबकि 26 जनवरी वह दिन है, जब अंग्रेजों ने रायन्ना को फांसी दी थी। सीएम ने कहा, ये दोनों दिन देश के इतिहास में महत्वपूर्ण दिन हैं।
उन्होंने कहा कि सभी को सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और धार्मिक आजादी मिलेगी, तभी स्वतंत्रता सेनानी शहीदों का बलिदान सार्थक होगा।
सीएम ने कहा कि उन्होंने सीएम के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान रायन्ना के नाम पर सैनिक स्कूल के विकास के लिए और नंदगढ़ के विकास के लिए 280 करोड़ रुपये दिए थे, जहां रायन्ना को फांसी दी गई थी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही वे स्वयं सैनिक स्कूल का उद्घाटन करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा, "गुरिल्ला सेनानी सांगोलिरायण्णा की इच्छा एक लोकतांत्रिक देश बनाने की थी। लोकतंत्र को मजबूत करने का मतलब हमारे संविधान को संरक्षित करना है। हमें बुरी ताकतों को बढ़ने नहीं देना चाहिए।"
इस माैैैक पर उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, निदुमामाडी मठ के वीरभद्र चन्नमल्ला महा स्वामीजी, विधान परिषद सदस्य नागराज यादव, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार गोविंदराज, पूर्व मंत्री एच.एम. समारोह के दौरान रेवन्ना, पूर्व मेयर रामचन्द्रप्पा और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
--आईएएनएस
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