कलबुर्गी, (कर्नाटक) 5 सितंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक पुलिस ने मंगलवार को दो लोगों की गिरफ्तारी के साथ कलबुर्गी में एक स्त्री रोग विशेषज्ञ की हत्या के प्रयास के मामले को सुलझाने का दावा किया है। जांच से पता चला है कि आरोपियों ने राज्य के स्त्री रोग विशेषज्ञों, फाइनेंसरों के बीच आतंक पैदा करने और उनसे मोटी रकम वसूलने के लिए अपराध की योजना बनाई थी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सरफुद्दीन और कमरुद्दीन के रूप में की गई है।
लगातार पूछताछ करने पर, उन्होंने पैसे ऐंठने के लिए राज्य के सभी सफल स्त्रीरोग विशेषज्ञों और फाइनेंसरों का विवरण एकत्र करने की बात कबूल की। उन्होंने अत्यधिक फीस वसूलने वाले स्त्री रोग विशेषज्ञों और भारी ब्याज दरें वसूलने वाले फाइनेंसरों को निशाना बनाया।
गिरोह ने कलबुर्गी के जाने-माने स्त्री रोग विशेषज्ञ जयप्रकाश पाटिल को निशाना बनाने की योजना बनाई थी। पाटिल सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय थे और आरोपियों ने सोचा कि अगर उन्हें निशाना बनाया गया तो इससे दूसरों के बीच माहौल खराब हो जाएगा।
एक महीने तक पाटिल की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखने के बाद, गिरोह ने जून में जबरन वसूली के लिए कॉल किया। उन्होंने हिंदी में बात की और क्रिप्टो करेंसी के रूप में 30,000 डॉलर उनके खातों में जमा करने की मांग की।
जब डॉक्टर पाटिल ने पैसे देने से इनकार कर दिया तो आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। 31 अगस्त को कार में जाते समय डॉक्टर को रास्ते में रोक लिया गया और फिर शहर के बाहरी इलाके में उन पर गोलियां चलाई गईं, लेकिन वह चमत्कारिक रूप से बच गए।
आईजी बल्लारी रेंज लोकेश कुमार ने कहा कि आरोपी अंडरवर्ल्ड में नाम कमाना और पैसा कमाना चाहते थे। चूंकि कलबुर्गी में एक और गिरोह सक्रिय था, इसलिए उन्होंने अपराध करने के लिए रायचूर को चुना था।
सरफुद्दीन क्रिप्टो करेंसी मामलों का विशेषज्ञ था। अपराध को अंजाम देने के लिए दूसरे राज्य से देशी पिस्तौल खरीदी गई थी। उन्होंने बताया कि आरोपी ने डॉक्टर पाटिल की हत्या करने के इरादे से गोलियां चलाई थीं।
इस संबंध में रायचूर ग्रामीण पुलिस ने मामला दर्ज किया था। आरोपियों ने उनकी कार पर गोलियां चलाई थीं लेकिन सौभाग्य से गोलियां कार के बोनट पर लगी।
--आईएएनएस
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