बैंक ऑफ अमेरिका (BoFA) ने G10 विदेशी मुद्रा (FX) स्थिति की वर्तमान स्थिति में अंतर्दृष्टि प्रदान की, यह देखते हुए कि यह दूसरी तिमाही के अंत की तुलना में अधिक संतुलित हो गया है। हालांकि, बैंक ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कुछ कमजोरियां बनी रहती हैं, खासकर अमेरिकी डॉलर (यूएसडी) में हेज फंड की लंबी स्थिति के संबंध में।
BoFA के अनुसार, वर्ष की पहली छमाही में USD-JPY की मांग एक महत्वपूर्ण प्रवृत्ति रही है, और तीसरी तिमाही में इसका आंशिक उलटफेर सबसे उल्लेखनीय बदलाव रहा है। G10 FX बाजार की मूल्य कार्रवाई हेज फंडों द्वारा संचालित की जा रही है, जिसमें उनके USD लॉन्ग में निरंतर कमजोरियां बनी हुई हैं।
इसके विपरीत, रियल मनी, EUR-USD जोड़े पर तटस्थ रहता है और बाजार की उभरती मुद्राओं और कैरी ट्रेडों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
वायदा बाजार वर्तमान में वर्ष के पहले की तुलना में अधिक समान रूप से संतुलित है। इस सुधार के बावजूद, विदेशी मुद्रा विकल्प बाजार संभावित जोखिमों का संकेत दे रहा है। ये जोखिम विशेष रूप से ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (AUD) में लॉन्ग पोजीशन और जापानी येन (JPY) और स्वीडिश क्रोना (SEK) में शॉर्ट पोजीशन से जुड़े हैं।
बैंक के विश्लेषण में पाया गया कि बाजार ऑस्ट्रेलियाई डॉलर पर लंबा, नॉर्वेजियन क्रोन (NOK) पर कुछ लंबा और कनाडाई डॉलर (CAD), न्यूजीलैंड डॉलर (NZD), और स्विस फ्रैंक (CHF) पर छोटा है।
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