चेन्नई, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। स्वदेशी विमान संचालन प्रणाली गगन से लैस निजी विमानन कंपनी इंटरग्लोब एविएशन लि (NS:INGL) (इंडिगो) के विमान एटीआर 72-600 ने गुरुवार को अजमेर के किशनगढ़ एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग की।इंडिगो इसी के साथ गगन का इस्तेमाल करके लैंडिंग करने वाली एशिया की पहली विमानन कंपनी बन गयी है।
गगन जीपीएस से सहायता प्राप्त जियो ऑग्मेंटेड नेविगेशन प्रणाली है। इसे इसरो और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने मिलकर विकसित किया है। यह लैंडिंग के समय विमान को कैटेगरी 1 के लैंडिंग सिस्टम के बराबर सटीकता प्रदान करता है।
डीजीसीए से अनुमोदन मिलने के बाद इंडिगो के विमान ने यह परीक्षण लैंडिंग की थी। इसके लिये पायलटों को प्रशिक्षण दिया गया था और पूरी प्रणाली की जांच की गयी थी।
विमानन कंपनी ने कहा कि क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत संपर्क से जोड़े गये छोटे एयरपोर्ट पर विमान की लैंडिंग में गगन बहुत मददगार साबित होगा। खासकर उस स्थिति में जब उस हवाईअड्डे पर लैंडिंग सिस्टम उपलब्ध नहीं हो या उसे स्थापित ही नहंी किया गया हो।
इंडिगो के सीईओ एवं सर्वकालिक निदेशक रोनोजॉय दत्ता ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह बड़ा कदम है। अमेरिका और जापान के बाद भारत दुनिया का ऐसा तीसरा देश बन गया है, जिसके पास अपना अंतरिक्ष आधारित आॉग्मेंटेड सिस्टम है।
जीडीसीए ने एक जुलाई 2021 के बाद भारत में पंजीकृत सभी विमानों को गगन से लैस करना जरूरी कर दिया था। इससे उड़ानों की देर में कमी आने के साथ ईंधन की बचत होगी तथा विमान की सुरक्षा भी बेहतर होगी।
गगन का उपयोग परिवहन, रेलवे, सर्वेक्षण, राजमार्ग, दूरसंचार और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा किया जा सकता है।
--आईएएनएस
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