अंबेडकर नगर, 8 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए एक आरोपी की मौत पर सियासत जारी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के आरोपों के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस मुठभेड़ में जब कोई डकैत मारा जाता है तो समाजवादी पार्टी को बुरा लगता है। मुख्यमंत्री योगी रविवार को अंबेडकर नगर पहुंचे, यहां उन्होंने कई परियोजनाओं की सौगात दी। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सपा पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, “याद करिए 2017 के पहले पुलिस भागती थी और गुंडे उन्हें दौड़ाते थे, लेकिन अब ये क्रम उल्टा हो गया है। माफिया भाग रहा है और पुलिस उसे दौड़ा रही है। अगर उसने कोई दुस्साहस किया तो फिर वहीं पर राम नाम सत्य है, यह भी तय हो जाता है। सरकार चलाने के लिए जज्बा, दिल और दिमाग भी चाहिए। सत्ता विरासत में मिल सकती है, लेकिन बुद्धि और दिमाग विरासत में नहीं मिल सकता है।”
उन्होंने कहा, “जो लोग पहले सत्ता को ही सबकुछ मानते थे, वे जानते हैं कि वो अब यूपी की सत्ता में कभी नहीं लौटेंगे, इसलिए वे षड्यंत्र करने का प्रयास कर रहे हैं। वे लोग सिर्फ अराजकता पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि उनका विकास, रोजगार और महिलाओं की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। आप देख सकते हैं कि जब पुलिस मुठभेड़ में कोई डकैत मारा जाता है तो समाजवादी पार्टी को बुरा लगता है।”
सीएम योगी ने सपा से सवाल पूछा। उन्होंने कहा, “अगर मुठभेड़ में मारा गया अपराधी डकैती करते समय किसी व्यापारी को गोली मार देता तो समाजवादी पार्टी उनकी जान को वापस कर पाती क्या? वह किसी भी जाति के हो सकते थे। समाजवादी पार्टी के लोगों को अवसर मिलेगा तो फिर डकैती, लूटपाट शुरू हो जाएगी। पर्व और त्योहारों में विघ्न-बाधा शुरू हो जाएगी।”
सीएम योगी ने आगे कहा, “केंद्र की भाजपा सरकार तुष्टिकरण की नीति पर चलती तो क्या जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 समाप्त हो पाता। क्या राम-भक्तों का लहू बहाने वाले अयोध्या धाम में राम मंदिर का समर्थन करते? आपकी और देश की आस्था के मद्देनजर अयोध्या में राम मंदिर बनाने का काम पूरा किया गया। इसलिए पीएम मोदी ने एक ही मंत्र दिया था, जो सबका साथ, सबका विश्वास है।”
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