साइबर मंडे डील: 60% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

झारखंड सरकार ने हाईकोर्ट में कहा, धनबाद जेल में गैंगस्टर की हत्या की एसआईटी जांच कराएंगे

प्रकाशित 12/12/2023, 07:19 pm
झारखंड सरकार ने हाईकोर्ट में कहा, धनबाद जेल में गैंगस्टर की हत्या की एसआईटी जांच कराएंगे

रांची, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। झारखंड सरकार धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के मामले में एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) से जांच कराएगी। यह जानकारी सरकार की ओर से मंगलवार को हाईकोर्ट को दी गई।झारखंड हाईकोर्ट ने इस मामले में बीते चार दिसंबर को स्वतः संज्ञान लिया था। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा था कि यह घटना एक बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा कर रही है। जेल में हथियार पहुंचना और हत्या होना गंभीर बात है।

कोर्ट ने सरकार से पूछा था कि वृहद षड्यंत्र और पॉलिटिकल एंगल की जांच के लिए क्या मुख्यालय स्तर पर स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम (एसआईटी) बनाने का विचार रखती है?

मंगलवार को चीफ जस्टिस संजय कुमार मिश्र और जस्टिस आनंदा सेन की खंडपीठ में इस मामले की सुनवाई हुई। सरकार की ओर से एसआईटी गठित करने की जानकारी दिए जाने के बाद हाईकोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए जनवरी के पहले सप्ताह की तिथि निर्धारित की है। राज्य सरकार की ओर से अधिवक्ता पीयूष चित्रेश ने पक्ष रखा।

दरअसल, धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या बीते तीन दिसंबर को कर दी गई थी। गैंगस्टर की हत्या के मुख्य आरोपी रितेश यादव से पांच दिनों तक रिमांड पर पूछताछ के बाद धनबाद पुलिस ने जिला अदालत में उसका स्वीकारोक्ति बयान जमा किया है। इसमें आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया है।

आरोपी ने बयान में बताया है कि उसने जिस गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या की, उसने धनबाद जेल के जेलर की हत्या की साजिश रची थी और इसी काम के लिए उसे प्लानिंग के तहत गिरफ्तार करवाकर जेल लाया गया था। इस साजिश में फरार अपराधी आशीष रंजन उर्फ छोटू उसका भागीदार था।

रितेश यादव के मुताबिक जब उसे जेलर की हत्या करने को कहा गया तो उसने इसके इनकार कर दिया। इसके बाद आशीष रंजन उर्फ छोटू ने उसे कहा कि अगर वह जेलर की हत्या नहीं करता है तो अमन सिंह की ही हत्या कर दे। उसे यह भी धमकी दी गई कि अगर उसने अमन सिंह की हत्या नहीं की तो उसके भाई और पिता की हत्या करवा दी जाएगी।

इसके लिए उसे जेल के भीतर विकास बजरंगी नामक कैदी ने दो पिस्टल उपलब्ध कराई। अमन सिंह की हत्या में उसका साथ सतीश साव उर्फ गांधी नामक कैदी ने भी दिया।

--आईएएनएस

एसएनसी/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित