नई दिल्ली, 11 अगस्त (आईएएनएस)। पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने रविवार को कहा कि हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट में कुछ भी विश्वसनीय नहीं है। कांग्रेस पार्टी ने पिछले 10 वर्षों में झूठ की राजनीति की रणनीति अपनाई है और अब देश की वित्तीय प्रणाली को अस्थिर करने के लिए विदेशी मदद मांग रही है।उन्होंने आगे कहा कि यह रिपोर्ट स्वतंत्र नियामक सेबी पर हमला करके और उसके चेयरमैन पर आरोप लगाकर देश में अराजकता फैलाने के लिए बनाई गई है।
चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, "विदेशी संस्था हिंडनबर्ग द्वारा सेबी पर किया गया ये हमला कांग्रेस के साथ एक स्पष्ट साझेदारी है। इसका उद्देश्य और लक्ष्य अशुभ है। इसका उद्देश्य दुनिया के सबसे मजबूत वित्तीय सिस्टम में से एक को अस्थिर करना और विश्वसनीयता को समाप्त करना है। साथ ही दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था में अराजकता की स्थिति पैदा करना है।"
चंद्रशेखर ने आगे कहा, "पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के वित्तीय सिस्टम को सुधारने के लिए काफी काम किया है। पहले के समय सहारा जैसे स्कैम होते थे और वहीं, बैंकों का एनपीए 10 प्रतिशत होता था, लेकिन अब स्थिति बदल गई है और देश दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बना गया है।"
आगे कहा कि अमेरिका में बैंक नाकाम हो गए , लेकिन भारत के बैंक और मार्केट लगातार बढ़ते रहे।
वहीं, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा उन पर लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
साथ ही कहा कि यह 'चरित्र हनन करने के प्रयास' हैं, क्योंकि सेबी की ओर से पिछले महीने नेट एंडरसन के नेतृत्व वाली कंपनी को नियमों का उल्लंघन करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
--आईएएनएस
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