नई दिल्ली, 23 जून (आईएएनएस)। नीट में कथित धांधली को लेकर छात्रों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। नीट को फिर से कराने की मांग के लिए छात्र एक बार फिर सड़क पर उतर चुके हैं। छात्रों की इस लड़ाई में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस भी शामिल है। परीक्षा फिर से कराने की मांग को लेकर नीट अभ्यर्थियों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान आईएएनएस ने धरना दे रहे नीट अभ्यर्थियों से बात की।
जंतर-मंतर पर धरना दे रही एक छात्रा ने बताया कि यह मेरा दूसरा अटेम्प्ट था और मेरे 620 अंक आए हैं। हमारी मांग है कि नीट दोबारा कराई जाए, इस परीक्षा ने हम संतुष्ट नहीं हैं। इस सरकार के ऊपर जब विपक्ष का इतना प्रेशर पड़ा तब सीबीआई जांच के आदेश दिए गए। नीट फिर से कराना ही एकमात्र विकल्प है।
हर्ष दुबे ने कहा कि हम चाहते हैं कि नीट दोबारा कराई जाए। सरकार अब यह मान रही है कि गलतियां हुई है, एनटीए के डीजी को हटा दिया गया, सीबीआई को जांच सौंपी गई। परीक्षा में अगर धांधली नहीं हुई तो फिर सरकार कार्रवाई क्यों कर रही है। सीबीआई को पहले भी जांच सौंपी जा सकती थी, जांच में देरी करने से आरोपियों को सबूत के साथ छेड़छाड़ करने का समय मिल गया है। हमारी मांग है कि परीक्षा फिर से कराई जाए, ताकि छात्रों को इंसाफ मिले।
धरने पर बैठे छात्र प्रशांत ने बताया कि हमारी मांग है कि नीट दोबारा कराई जाए। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, इसलिए आज फिर हम जंतर-मंतर पर आए हैं। इससे पहले भी हम यहां धरने पर बैठ चुके हैं। जो काम सरकार अब कर रही है, वह पहले किया जाना चाहिए था। अब तक तो सबूत के साथ छेड़छाड़ की जा चुकी होगी। सीबीआई जांच से कुछ नहीं होने वाला है, हमारी मांग है कि परीक्षा दोबारा कराई जाए।
बता दें कि केंद्र सरकार ने नीट में हुई कथित धांधली की जांच सीबीआई को सौंप दी है और एनटीए के डीजी को भी पद से हटा दिया है।
--आईएएनएस
पीएसके/एबीएम