नई दिल्ली, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। साल के आखिरी आठ महीनों के दौरान दूरस्थ नौकरियों के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं में दो गुना वृद्धि हुई है। मंगलवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।पेशेवर नेटवर्किं ग प्लेटफॉर्म अपना डॉट कॉ के अनुसार, पिछले साल की तुलना में, प्लेटफॉर्म ने प्लेटफॉर्म पर महिला यूजर्स की संख्या में 132 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जिनमें से अधिकांश दूरस्थ कामकाजी नौकरियों की तलाश में थीं।
अपना डॉट को के मुख्य व्यवसाय अधिकारी मानस सिंह ने एक बयान में कहा, रिमोट वर्किं ग द्वारा लाए गए लचीलेपन और सुविधा में अधिक पेशेवरों को कार्यबल में शामिल होने के लिए प्रेरित करने की क्षमता है, जो देश के आर्थिक इंजन को और तेज करता है।
उन्होंने कहा, अपना डॉट को भारत को वैश्विक नेता बनाने के प्रधानमंत्री के विजन को लाने के लिए प्रतिबद्ध है और भारत की विकास गाथा लिखने में भागीदार बना रहेगा।
अधिक महिलाएं कम यात्रा समय के साथ एक दूरस्थ नौकरी की तलाश कर रही हैं जो प्राथमिक प्रेरक है जो लचीले काम के घंटे प्रदान कर सकता है, जो उन्हें अपने घरेलू काम का समर्थन करने /घर से ट्यूशन/क्रेच जैसे आय सृजन के वैकल्पिक रूपों का पीछा करने की अनुमति देता है।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) की एक हालिया रिपोर्ट में पाया गया कि महिलाओं के एक महत्वपूर्ण अनुपात ने आमतौर पर काम स्वीकार करने की इच्छा व्यक्त की, यदि उनके घरेलू परिसर में असाइनमेंट उपलब्ध कराए गए थे।
आईएलओ की रिपोर्ट यह भी बताती है कि ग्रामीण भारतीय महिलाओं में से 34 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 28 प्रतिशत महिलाएं घर पर काम स्वीकार करने को तैयार थीं।
घरेलू नौकरियों से सबसे अधिक मांग वाले काम में बीपीओ नौकरियां- जैसे टेलीकॉलिंग या टेलीसेल्स, कंप्यूटर, डेटा एंट्री ऑपरेटर, व्यवसाय विकास सहित कार्यकारी भूमिकाएं, बैक ऑफिस, व्यवस्थापक, कार्यालय सहायक, शिक्षक, ट्यूटर, वित्त नौकरियां जैसे खाते जैसे अकादमिक नौकरियां शामिल हैं।
दिल्ली-एनसीआर, चेन्नई, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे मेट्रो शहरों में न केवल डब्ल्यूएफएच एक लोकप्रिय प्रवृत्ति रही है, बल्कि हैदराबाद, पुणे, लखनऊ, पटना और जयपुर जैसे शहरों ने भी घर से काम करने के लिए अधिकतम आवेदन दर्ज किए हैं।
--आईएएनएस
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