नई दिल्ली, 16 अगस्त (आईएएनएस)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भारत और मॉरीशस के द्विपक्षीय संबंधों को साझे सांस्कृतिक, आध्यात्मिक तथा लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्शों पर आधारित बताते हुए कहा है कि मॉरीशस के लोगों का भारतीय संस्कृति से जुड़ाव दोनों देशों की एकजुटता और सामूहिक शक्ति का परिचायक है।भारत के दौरे पर आए, मॉरीशस के नेशनल असेंबली के स्पीकर डुवाल एड्रिएन चार्ल्स के साथ शुक्रवार को संसद भवन परिसर में द्विपक्षीय बैठक के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में आईपीयू जैसे अंतर्राष्ट्रीय संसदीय मंचों पर भारत और मॉरीशस के बीच सहयोग और अधिक बढ़ेगा।
भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के बारे में बात करते हुए बिरला ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत देश के करोड़ों परिवारों ने अपने-अपने घरों पर भारत का राष्ट्रीय ध्वज लहराया। उन्होंने आगे कहा कि यह अभियान विकसित भारत के लक्ष्य के प्रति करोड़ों भारतीयों के दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। भारत में संसदीय लोकतंत्र की सफलता के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि संविधान देश की ताकत और इसकी प्राणशक्ति है।
उन्होंने कहा कि पिछले 78 वर्षों में देश में व्यापक सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन हुए हैं। चर्चा एवं संवाद के माध्यम से न केवल अनेक समस्याओं का समाधान हुआ है, बल्कि देश की विकास यात्रा भी निर्बाध रूप से आगे बढ़ रही है। भारत और मॉरीशस के बीच अध्यात्म, भाषा और संस्कृति से जुड़ी अनेक समानताएं हैं, जिससे दोनों देशों के लोग एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। आज भी मॉरीशस के लोगों का भारतीय संस्कृति से जुड़ाव दोनों देशों की एकजुटता और सामूहिक शक्ति को दर्शाता है। भारत से मॉरीशस जाने वाले हजारों पर्यटक दोनों देशों के लोगों के घनिष्ठ संबंधों के मजबूत स्तंभ हैं।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में डिजिटलीकरण और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में यह सहयोग और बढ़ेगा। भारतीय संसद के संसदीय लोकतंत्र शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) के बारे में बिरला ने कहा कि प्राइड, संसदीय प्रशिक्षण के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है और इसके प्रशिक्षण कार्यक्रमों से अब तक 100 से अधिक देशों के संसद सदस्य और अधिकारी लाभान्वित हुए हैं । भारत और मॉरीशस के बीच संसदीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए बिरला ने दोनों देशों के बीच संसदीय शिष्टमंडलों के आदान-प्रदान पर बल दिया।
उन्होंने आगे कहा कि संसदीय राजनय के माध्यम से भारत और मॉरीशस के नागरिकों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत बनाया जा सकता है। वहीं, मॉरीशस के नेशनल असेंबली के स्पीकर डुवाल एड्रिएन चार्ल्स ने भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मॉरीशस के लोगों और संसद की ओर से बधाई दी। भारतीय चुनाव प्रक्रिया की प्रशंसा करते हुए डुवाल ने चुनाव आयोग के निष्पक्ष और पारदर्शी कामकाज की सराहना की।
भारत और मॉरीशस के बीच द्विपक्षीय संबंधों को बेहद खास बताते हुए डुवाल ने संसद टीवी द्वारा मॉरीशस संसद को दी गई सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। मॉरीशस संसद के डिजिटलाइजेशन कार्यक्रम के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय की डिजिटल संसद पहल से मॉरीशस में भी इसी तरह की पहल का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने डिजिटल प्रौद्योगिकी और प्रशिक्षण के क्षेत्रों में दोनों संसदों के बीच घनिष्ठ सहयोग पर जोर दिया।
--आईएएनएस
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