साइबर मंडे डील: 60% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

एफआईआई की बिकवाली के बीच शेयर बाजार को राहत देते डीआईआई

प्रकाशित 19/06/2022, 09:23 pm
© Reuters एफआईआई की बिकवाली के बीच शेयर बाजार को राहत देते डीआईआई
DX
-
CL
-
NSEI
-

नयी दिल्ली , 19 जून (आईएएनएस)। गत आठ माह से विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) लगातार बिकवाल बने हुए हैं, ऐसे में गत 15 माह से लगातार लिवाली करने वाले घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) से शेयर बाजार राहत की सांस ले पा रहा है।मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुताबिक एफआईआई ने मई में बाजार से 4.9 अरब डॉलर की पूंजी निकाली जबकि डीआईआई ने 6.1 अरब डॉलर का निवेश किया।

एफआईआई ने गत एक साल में कुल 25 अरब डॉलर की पूंजी निकासी की है। एफआईआई की बिकवाली का यह दौर वैश्विक वित्तीय संकट के बाद का सबसे बड़ा दौर रहा है।

निफ्टी मई में माह दर माह आधार पर तीन प्रतिशत लुढ़ककर 16,585 अंक पर आ गया। यह गिरावट का लगातार दूसरा माह और मार्च 2020 के बाद तीसरा बड़ी मासिक गिरावट थी।

मई में भारतीय बाजार गिरावट झेलने वाले बाजारों में शामिल रहा। भारतीय बाजार तीन फीसदी, रूस सात फीसदी और इंडोनेशिया एक फीसदी लुढ़का। दूसरी तरफ चीन में पांच प्रतिशत, ब्राजील तीन प्रतिशत, जापान दो प्रतिशत और ताइवान तथा ब्रिटेन एक-एक प्रतिशत उछला। गत 12 माह के दौरान एमएससीआई इंडिया सात प्रतिशत की तेजी में रहा जबकि एमएससीआई ईएम 22 प्रतिशत की गिरावट में रहा।

क्षेत्रवार वाहन पांच प्रतिशत और कंज्यूमर एक प्रतिशत की तेजी में रहा। दूसरी तरफ धातु 16 प्रतिशत, यूटिलिटीज 11 प्रतिशत, तेल एवं गैस 10 प्रतिशत और रियल एस्टेट सात प्रतिशत की गिरावट में रहा।

भारत का बाजार पूंजीकरण-जीडीपी अनुपात उतार-चढ़ाव के बीच रहा। वित्त वर्ष 19 में यह 80 प्रतिशत था, जो मार्च 20 में 56 प्रतिशत पर आ गया। इसका दीर्घावधि औसत 79 प्रतिशत है जो मौजूदा समय में 112 प्रतिशत पर आ गया है। यह अनुपात कैलेंडर वर्ष 07 के बाद सर्वाधिक है। वित्त वर्ष 23 के अनुमानित जीडीपी विकास दर के आधार पर यह अनुपात 98 प्रतिशत पर रहेगा।

एक्युइट रेटिंग्स के मुताबिक, विश्व के प्रमुख केंद्रीय बैंकों द्वारा मौद्रिक नीति के सख्त करने से वैश्विक पूंजी बाजार में भारी उथलपुथल मची हुई है, जो चिंता की बात है। इसी वजह से एफआईआई लगातार बिकवाल बने हुए हैं, जिससे रुपये पर दबाव बढ़ रहा है। रुपये पर पहले से ही बढ़ते चालू खाता घाटा का दबाव है।

--आईएएनएस

एकेएस/आरएचए

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित