भोपाल,14 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके है, कांग्रेस विपक्ष में है। सत्ताधारी दल भाजपा ने अपने नेता का चयन कर लिया है और मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले ली है। मगर, कांग्रेस अब तक नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं कर पाई है। पार्टी के विधायकों की बुलाई गई बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को नेता प्रतिपक्ष चुनने की जिम्मेदारी दे दी गई है। पार्टी ने बताया है कि नेता प्रतिपक्ष चयन हेतु प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस विधायक दल की आवश्यक बैठक संपन्न हुई। बैठक में शामिल हुए सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव पर समर्थन देते हुए नेता प्रतिपक्ष के चयन का निर्णय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर छोड़ा है।
कांग्रेस के महासचिव, मप्र प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और विधानसभा चुनाव स्क्रूटनी कमेटी के चेयरमेन भंवर जितेन्द्र सिंह की उपस्थिति में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में राज्यसभा सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कांग्रेस कमेटी के सचिव सह प्रभारी संजय कपूर, कुलदीप इंदौरा, सी.पी. मित्तल, संजय दत्त और शिव भाटिया उपस्थित थे।
प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ इस बैठक में नहीं पहुंचे। बैठक के बाद सुरजेवाला और भंवर ने सभी विधायकों से वन-टू-वन चर्चा कर आगामी रणनीति पर रायशुमारी की। दिन भर चली बैठक में सभी विधायकों ने अपने सुझाव दोनों नेताओं के समक्ष साझा किये।
सुरजेवाला ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि सभी विधायक साथियों ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर नेता प्रतिपक्ष चयन का निर्णय पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर छोड़ा है। सभी विधायकों ने पार्टी की मजबूती के लिए अपनी-अपनी राय दी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी विपक्ष में सजग प्रहरी और पहरेदार की भूमिका निभाते हुए सदन से लेकर सड़क तक प्रदेश की जनता की आवाज उठायेगी।
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