नई दिल्ली, 23 मार्च (आईएएनएस)। भारत में विभिन्न एयरलाइनों के साथ कार्यरत 67 विदेशी नागरिकों सहित लगभग 10,000 पायलट हैं।राज्य मंत्री, नागरिक उड्डयन, वी.के. सिंह ने गुरुवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि वर्तमान में, भारत में 67 विदेशी एयरक्रू अस्थायी प्राधिकरण (एफएटीए) धारक हैं।
कुल 15 एफएटीए धारक एलायंस एयर के साथ हैं जबकि 8 बिग चार्टर्स के साथ हैं।
उद्योग के अनुमानों के अनुसार, अगले पांच वर्षों में भारत में प्रति वर्ष 1,000 पायलटों की आवश्यकता हो सकती है।
कमर्शियल पायलटों की वार्षिक आवश्यकता विभिन्न कारकों जैसे एयरलाइन की वित्तीय स्थिति, एयरलाइन विस्तार योजना और विमानन क्षेत्र में वृद्धि पर निर्भर करती है।
जवाब में कहा गया कि भारत में डीजीसीए से मान्यता प्राप्त 35 फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन (एफटीओ) 53 बेस पर काम कर रहे हैं।
उत्तर में कहा गया कि विभिन्न भारतीय अनुसूचित एयरलाइनों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2021 में कुल 244 पायलटों की भर्ती की गई है।
जवाब में कहा गया, वर्तमान में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति सहित महिलाओं और पिछड़े वर्गो के लिए पायलट प्रशिक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार में कोई विशेष कार्यक्रम नहीं है। हालांकि, भारत में 15 प्रतिशत पायलट महिलाएं हैं जो वैश्विक औसत 5 प्रतिशत का लगभग तीन गुना है।
1 मार्च तक, कुल 15,896 नियमित अधिकारी एयरपोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) में विभिन्न हवाई अड्डों/स्टेशनों पर तैनात हैं।
उत्तर जोड़ा गया कि एएआई के सभी कर्मचारी भारतीय नागरिक हैं।
--आईएएनएस
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