नई दिल्ली, 9 जुलाई (आईएएनएस)। भारत में 5जी सर्विस अक्टूबर, 2022 में पेश की गईं, लेकिन वे अभी भी देश भर में व्यापक रूप से उपलब्ध नहीं हैं, जिसके चलते नेटवर्क कवरेज में कमी आई है। इसके अलावा, काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुसार, इस्तेमाल के मामलों में जागरूकता की कमी और 10,000 रुपये और उससे कम कीमत वाले कुछ 5जी हैंडसेट के चलते देश में बड़े पैमाने पर 5जी अपनाने में देरी हो सकती है।
काउंटरप्वाइंट के रिसर्च डायरेक्टर तरूण पाठक ने कहा, "अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना बाकी है, खासकर नेटवर्क कवरेज के मामले में।"
वर्तमान सीमाओं के बावजूद, बाज़ार में 5जी स्मार्टफोन की बढ़ती संख्या और उनकी बढ़ती लोकप्रियता भारत के 5जी इकोसिस्टम के लिए आशाजनक भविष्य का संकेत देती है।
काउंटरपॉइंट डेटा के अनुसार, भारत की 5जी स्मार्टफोन की बिक्री मई 2023 में पहली बार उल्लेखनीय 100 मिलियन के आंकड़े को पार कर गई और साथ ही, प्रति माह 4जी स्मार्टफोन शिपमेंट के आकड़े को भी पार कर गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कम कीमत वाले बैंड में 5जी स्मार्टफोन की बढ़ती लोकप्रियता है, खास तौर से 20,000 रुपये से कम कीमत वाले।
2021 में, इस प्राइस सेगमेंट में 5जी स्मार्टफोन की बिक्री केवल 4 प्रतिशत थी, लेकिन 2022 में यह आंकड़ा बढ़कर 14 प्रतिशत हो गया है।
सीनियर एनालिस्ट शिल्पी जैन ने कहा, "अपकमिंग फेस्टिव सीजन से पहले कंज्यूमर के बीच कई लॉन्च और 5जी फोन की हाई डिमांड के साथ 5जी की पहुंच बढ़ती रहेगी।"
उन्होंने कहा कि ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरिंग (ओईएम) इस ट्रेंड को उठा रहे हैं और 10,000 रुपये से 15,000 रुपये की रेंज में 5जी फोन लॉन्च कर रहे हैं, जिससे 5जी अपनाने में तेजी आई है।
--आईएएनएस
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