BENGALURU, 29 जुलाई (Reuters) - भारत की भारती एयरटेल लिमिटेड ने बुधवार को पहली तिमाही के राजस्व में 15.4% की वृद्धि दर्ज की, क्योंकि ग्राहकों ने देश के कोरोनावायरस लॉकडाउन के दौरान अधिक दरों पर भी अधिक डेटा का उपभोग किया।
भारतीय टेलीकॉम ने पिछले साल के अंत में टैरिफ में बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद देश की शीर्ष अदालत ने सरकार को बकाया लेवी और ब्याज में 920 बिलियन ($ 12.31 बिलियन) का भुगतान करने का आदेश दिया।
इससे देश के दूसरे सबसे बड़े दूरसंचार ऑपरेटर के तिमाही राजस्व में 239.39 बिलियन रुपये की वृद्धि हुई, जो एक साल पहले 207.38 बिलियन रुपये था।
भारत ने मार्च के अंत में एक राष्ट्रव्यापी तालाबंदी की, जिससे लाखों लोग अपने घरों में सिमट गए।
हालांकि प्रतिबंधों को धीरे-धीरे कम किया गया है, लेकिन स्वास्थ्य संकट ने कई लोगों को घर के अंदर रखा है, जिससे देश में इंटरनेट की खपत बढ़ गई है।
प्रति उपयोगकर्ता एयरटेल का तिमाही औसत राजस्व 22% बढ़कर 157 रुपये हो गया।
एक साल पहले के 28.66 अरब रुपये के नुकसान के मुकाबले इसने 159.33 अरब रुपये का समेकित नुकसान दर्ज किया।
कंपनी ने इस तिमाही में लाइसेंस शुल्क और स्पेक्ट्रम उपयोग शुल्क से संबंधित 107.44 बिलियन रुपये के प्रावधान दर्ज किए।