अहमदाबाद, 11 अगस्त (आईएएनएस)। भारत में इन्फ्रा, एनर्जी और यूटिलिटी व्यवसायों का सबसे तेजी से बढ़ता विविध पोर्टफोलियो अदाणी समूह ओडिशा में 57,575 करोड़ रुपये का निवेश करेगा।मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता वाली ओडिशा सरकार के उच्च-स्तरीय मंजूरी प्राधिकरण (एचएलसीए) ने बुधवार को दो परियोजनाओं- एक 4 एमएमटीपीए एकीकृत एल्यूमिना रिफाइनरी और एक 30 एमएमटीपीए लौह अयस्क (मूल्यवर्धन) परियोजना स्थापित करने के अडाणी समूह के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने कहा, ओडिशा हमारे सबसे रणनीतिक राज्यों में से एक है जिसमें हमने निवेश करना जारी रखा है और हम हमेशा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिले समर्थन की सराहना करते हैं।
उन्होंने कहा, धातुएं महत्वपूर्ण वस्तुएं हैं जिनमें हमारे देश को आत्मनिर्भर होना चाहिए, और ये परियोजनाएं आत्मनिर्भर भारत के हमारे ²ष्टिकोण के साथ जुड़ी हुई हैं। 57,575 करोड़ रुपये का हमारा पूंजी निवेश 9,300 प्रत्यक्ष रोजगार पैदा करेगा और ओडिशा में हजारों अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर खोलेगा।
4 एमएमटीपीए एकीकृत एल्यूमिना रिफाइनरी, जो संभावित बॉक्साइट भंडार या परिचालन खदानों के आसपास स्थापित की जाएगी, स्मेल्टर ग्रेड (मेटलर्जिकल ग्रेड) एल्यूमिना का उत्पादन करेगी, जो भारत को आयात प्रतिस्थापन की ओर बढ़ने में मदद करेगी।
30 एमएमटीपीए लौह अयस्क (मूल्य वर्धन) परियोजना में लौह अयस्क संकेंद्रण का उत्पादन करने वाला एक लौह अयस्क लाभकारी संयंत्र, लौह अयस्क केंद्रित घोल के लिए एक घोल पाइपलाइन और फिल्टर केक और पेलेट का उत्पादन करने के लिए एक डीवाटरिंग / निस्पंदन और पेलेट प्लांट शामिल होगा।
लौह अयस्क लाभकारी संयंत्र क्योंझर जिले के देवझर में स्थित होगा, जबकि पैलेट संयंत्र भद्रक जिले के धामरा में स्थापित किया जाना है। देवझर और धामरा के बीच सड़कों के उपयोगिता गलियारे के साथ स्लरी पाइपलाइन चलेगी।
ओडिशा, जिसे लंबे समय से भारत के खनिज केंद्र के रूप में जाना जाता है, देश के आधे से अधिक बॉक्साइट और लौह अयस्क भंडार रखता है। अडानी समूह की परियोजनाएं, जो ओडिशा सरकार के विजन 2030: मेटल सेक्टर में डाउनस्ट्रीम यूनिट्स का विकास के साथ संरेखित हैं, से राज्य के विकास और समग्र सामाजिक-आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की उम्मीद है।
--आईएएनएस
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