नई दिल्ली, 12 जनवरी (आईएएनएस)। अंतरराष्ट्रीय शिक्षा सेवाओं में अग्रणी आईडीपी ने भारतीय छात्रों को उनके विदेशी शिक्षा के सपने को साकार करने में मदद करने के लिए फरवरी तक भारत में चार नए कार्यालय शुरू करने की घोषणा की है।इस विस्तार के साथ, आईडीपी के देश भर में 73 कार्यालय हो जाएंगे, जो अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा उद्योग में पूरे भारत में अधिकतम भौतिक उपस्थिति के मार्ग पर अग्रसर होगा।
कार्यालयों का उद्घाटन दिल्ली (उत्तर), दिलसुखनगर (हैदराबाद), खन्ना (पंजाब) और होशियारपुर (पंजाब) में किया जाएगा।
विदेशों में अध्ययन की बढ़ती मांग को देखते हुए, आईडीपी ने बड़ी टीमों के साथ गुवाहाटी, जम्मू, कालीकट और त्रिशूर में अपने मौजूदा कार्यालयों को विकसित करने की भी योजना बनाई है।
अपनी विश्व स्तरीय काउंसलिंग और डिजिटल इनोवेशन के साथ, आईडीपी एजुकेशन छात्रों को ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूएस, यूके, न्यूजीलैंड और आयरलैंड जैसे लोकप्रिय देशों में और सर्वोत्तम गंतव्य, कार्यक्रमों और संस्थान को चुनने, आवेदनों और वीजा आवश्यकताओं को पूरा करने, शिक्षा ऋण, स्वास्थ्य बीमा, धन हस्तांतरण सेवाओं, आवास, विदेशी बैंक खाते, सिम कार्ड, आदि के लिए आवेदन करने से लेकर विदेश में संपूर्ण अध्ययन सहायता प्रदान करता है।
इस अवसर पर, दक्षिण एशिया और मॉरीशस, आईडीपी एजुकेशन के क्षेत्रीय निदेशक, पीयूष कुमार ने कहा, हमारा उद्देश्य भारत में हर छात्र के विदेश में अध्ययन के सपने को पूरा करना है। इन चार नए कार्यालयों को लॉन्च करना हमारे ग्राहकों के करीब आने और उन्हें बेहतरीन सेवाएं प्रदान करने की दिशा में एक और कदम है। हम सभी अंतरराष्ट्रीय शिक्षा आवश्यकताओं के लिए एक-स्टॉप समाधान होने पर गर्व करते हैं और अपने ग्राहकों को उनके अध्ययन-विदेश यात्रा के हर हिस्से में समर्थन करते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा उद्योग तीव्र गति से बढ़ रहा है। 2024 तक लगभग 18 लाख भारतीय छात्रों के विदेश में अध्ययन करने की उम्मीद है, कुल छात्र खर्च 75 अरब डॉलर से अधिक है।
कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूके जैसे प्रमुख गंतव्यों के लिए भारत शीर्ष प्रेषक बन गया है। अंतर्राष्ट्रीय गतिशीलता और जनसांख्यिकी रुझान बताते हैं कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के अधिक छात्र 2023 में विदेशी शिक्षा प्राप्त करने के लिए तैयार हैं। और भारत में नए कार्यालय खोलने के साथ, आईडीपी देश में सर्वव्यापी अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा प्रदाता के रूप में अपने नेतृत्व की स्थिति को मजबूत कर रहा है।
--आईएएनएस
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