भोपाल, 12 मई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में सोमवार को आठ संसदीय क्षेत्र में मतदान होने वाला है। मतदान के प्रतिशत को लेकर सियासी दल से लेकर चुनाव आयोग चिंतित है। यही कारण है कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अभियान चलाया गया। राज्य में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में सोमवार को आठ संसदीय क्षेत्र देवास (अजा), उज्जैन (अजा), मंदसौर, रतलाम (अजजा), धार (अजजा), इंदौर, खरगोन (अजजा) एवं खंडवा में मतदान होने वाला है।
पहले दो चरणों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत चिंताजनक था। पहले तीन चरण के मतदान को ध्यान में रखकर राजनीतिक दल से लेकर चुनाव आयोग तक खास प्रयास करते दिखे। इसके लिए एक तरफ जहां राजनीतिक दलों से जुड़े कार्यकर्ता मतदाताओं को घर-घर पहुंचकर पीले चावल दे रहे हैं और मतदान के लिए निकलने का आग्रह भी कर रहे हैं।
वहीं, चुनाव आयोग ने भी 'चलें बूथ की ओर' अभियान चलाया और मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही मतदाता पर्ची और वोटर गाइड का वितरण किया गया। इसके साथ ही ग्रामीण इलाकों में डोंडी पिटवाकर मतदाताओं को मतदान की तिथि के साथ अन्य आवश्यक जानकारियां दी गई।
चौथे चरण में जिन संसदीय क्षेत्र में मतदान होना है, वह मालवा निमाड़ इलाके में आते हैं। राज्य में पहले दो चरणों के मतदान प्रतिशत ने सवाल खड़े कर दिए थे। पहले चरण में जिन छह सीटों पर मतदान हुआ था, वहां वर्ष 2019 के मुकाबले लगभग 7.5 प्रतिशत कम वोट पड़े थे।
इसी तरह दूसरे चरण में भी वर्ष 2019 के मुकाबले लगभग नौ प्रतिशत मतदान कम रहा था। तीसरे चरण में जरूर मतदान का प्रतिशत सुधरा। मगर, वह भी 2019 के मुकाबले कुछ कम ही रहा।
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