नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। अश्नीर ग्रोवर विवाद को पीछे छोड़ते हुए, फिनटेक प्लेटफॉर्म भारतपे ने अपने इतिहास में सबसे अधिक विकास तिमाहियों में वृद्धि दर्ज की है, जिससे वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून की अवधि) में 3,600 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण की सुविधा हुई है।यह पिछली तिमाही के मुकाबले 112 फीसदी की वृद्धि है। भारतपे ने कहा कि यह वार्षिक टोटल पैमेंट वैल्यू (टीपीवी) में पिछली तिमाही में 50 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 18.5 बिलियन डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
भारतपे के सीईओ, सुहैल समीर, ने कहा, वित्त वर्ष 2022 के सफल होने के बाद हमने मर्चेंट लोन में 3 गुना, भुगतान में 2.5 गुना वृद्धि और राजस्व में 4 गुना उछाल के साथ बंद किया। भारतपे ने पहली तिमाही में अपनी अब तक की सबसे अच्छी तिमाही दर्ज की है।
उन्होंने कहा, हम एक अविश्वसनीय विकास यात्रा पर हैं, जो डिजिटल भुगतान मोड के प्रति व्यवहार में भारी बदलाव, यूपीआई के उदय और नए जमाने के फिनटेक प्रोडक्ट्स की बढ़ती स्वीकार्यता से प्रेरित है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 की अंतिम तिमाही में 66,000 व्यापारियों की तुलना में वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 1.2 लाख से अधिक व्यापारियों को वितरण की सुविधा प्रदान की।
इसके अतिरिक्त, भारतपे के अन्य प्रोडक्ट ऑफरिंग्स ने पिछली तिमाही की तुलना में लगातार वृद्धि (30 प्रतिशत से अधिक) दर्ज की। इसमें कार्ड स्वीकृति पीओएस व्यवसाय (भारतस्वाइप) और व्यापारियों के लिए इसके निवेश मंच शामिल हैं।
समीर ने कहा, हम वित्त वर्ष 23 के अंत तक उपभोक्ता और मर्चेट व्यवसाय दोनों के लिए ऋण सुविधा (हमारे एनबीएफसी/बैंक भागीदारों के माध्यम से) में 2 बिलियन डॉलर के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ-साथ मार्च 2023 तक टीपीवी को 30 बिलियन डॉलर तक बढ़ाने के लिए ट्रैक पर हैं।
कंपनी ने अपना अब तक का सबसे बड़ा विवाद इस साल की शुरुआत में देखा था, जब उसके सह-संस्थापक और सीईओ अशनीर और उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर ने करोड़ों के फंड का गबन किया और उन्हें बाद में कंपनी द्वारा बर्खास्त कर दिया गया।
--आईएएनएस
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