कोटद्वार,14जुलाई (आईएएनएस)। लगातार हो रही बारिश से कोटद्वार-सिगड्डी को जोड़ने वाला मालन नदी पर बना पुल बीचोबीच टूटकर गिर गया है। पुल टूटने की वजह से आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। कोटद्वार, सिगड़ी, लालढांग और हरिद्वार जाने वाला रास्ता भी अवरुद्ध है। मानसूनी बारिश से प्रदेश में कई मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं।2007 में खंडूरी सरकार के दौरान कोटद्वार नगर और भाबर क्षेत्र को जोड़ने वाले मालन नदी के पुल का शिलान्यास किया गया था और 2010 में रमेश पोखरियाल निशंक के नेतृत्व में इस पुल का उद्घाटन किया गया था। लेकिन अब पुल ढह गया है और यहां से आना-जाना बाधित हो चुका है। पुल के गिरते ही शासन- प्रशासन पर अंगुलियां भी उठने लगी हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस पुल के नीचे लंबे समय से अवैध खनन चल रहा था। पुल के गिरने का एक मुख्य कारण यह भी माना जा रहा है। पुल की मरम्मत को लेकर कोटद्वार की स्थानीय विधायक और विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कई बार शासन-प्रशासन को अवगत भी करवाया था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। लोक निर्माण विभाग के सचिव पंकज पांडे का कहना है कि, पुल के गिरने के कारणों की फिलहाल जांच की जा रही है और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। जहां तक खनन की बात है, तो खनन को पहले ही रोक दिया गया था।
फिलहाल आवाजाही के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। आपदा विभाग को भी पुल को लेकर अवगत करवाया जा चुका है। शासन-प्रशासन समस्या के निवारण के लिए तत्पर है। साथ ही सचिव लोक निर्माण विभाग ने यह भी अवगत करवाया है कि, पूरे उत्तराखंड में लगभग 400 के आसपास सड़कें बाधित हुई हैं, जिनको खोलने का कार्य जारी है। लोक निर्माण विभाग के द्वारा जगह-जगह मशीनरी पहले से ही तैनात की जा चुकी थी। साथी एसटीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों की भी तैनाती की गई है।
---आईएएनएस
स्मिता/सीबीटी