नई दिल्ली, 28 जुलाई (आईएएनएस)। भारत में लगभग 56 प्रतिशत नौकरी चाहने वालों को अपनी नौकरी की तलाश प्रक्रिया के दौरान घोटाले का सामना करना पड़ता है। एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है।चैट-आधारित डायरेक्ट हायरिंग प्लेटफॉर्म, हाइरेक्ट की रिपोर्ट से पता चला है कि 20-29 के बीच की उम्र के सहस्राब्दी सबसे अधिक घोटालों और धोखाधड़ी वाली नौकरी की पेशकश के संपर्क में हैं।
हाइरेक्ट इंडिया के ग्लोबल को-फाउंडर और सीईओ राज दास ने एक बयान में कहा, भर्ती उद्योग से अंतर्²ष्टि साझा करने के पीछे हमारा उद्देश्य भर्ती करने वालों और नौकरी चाहने वालों को लेटेस्ट रुझानों से अच्छी तरह वाकिफ होना और एक सूचित निर्णय लेने में मदद करना है। भर्ती उद्योग में एक प्रचलित समस्या भर्ती घोटालों की व्यापकता है। इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए, हाइरेक्ट बीच-बीच में सलाहकारों को हटाकर यूजर्स की सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है।
दास ने कहा कि इस मुद्दे को ध्यान में रखते हुए कंपनी बीच-बीच में कंसल्टेंट्स को हटाकर यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है।
रिपोर्ट एक सर्वेक्षण पर आधारित थी जहां 43.5 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने दावा किया कि एक आवेदन प्राप्त होने से लेकर एक प्रस्ताव पत्र तक किराए पर लेने में लगभग 1 सप्ताह का समय लगता है।
टियर 1 शहरों ने तकनीकी और गैर-तकनीकी दोनों पदों के लिए बढ़ती भर्ती दिखाई। मुंबई और बेंगलुरु में सबसे अधिक मांग वाले तकनीकी पद फुल स्टैक इंजीनियर, जावा इंजीनियर, आईटी तकनीकी सहायता, नेट डेवलपर और पीएचपी डेवलपर हैं।
गुरुग्राम में सबसे अधिक मांग वाले पदों में फुल स्टैक इंजीनियर, पीएचपी डेवलपर, जावा इंजीनियर, आईटी तकनीकी सहायता, वेब फ्रंट एंड इंजीनियर आदि हैं।
--आईएएनएस
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