देहरादून, 28 जून (आईएएनएस) । वन दरोगा भर्ती परीक्षा कराने वाली एजेंसी से उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने अभ्यर्थियों के संबंध में रिपोर्ट मांगी है। आयोग रिपोर्ट से पता लगाएगा कि कितने अभ्यर्थी नकल से पास हुए। आयोग ने 2021 में पहली बार वन दरोगा भर्ती के लिए ऑनलाइन परीक्षा कराई थी। रिजल्ट जारी होने के बाद परीक्षा में नकल की पुष्टि होने पर आयोग ने इसे रद्द कर दिया था। परीक्षा में सफल रहे कुछ अभ्यर्थियों ने इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की सिर्फ नकल करने वाले अभ्यर्थियों को बाहर किया जाए।
हाईकोर्ट में आयोग के साथ परीक्षा एजेंसी एनएसईआईटी को भी पक्षकार बनाया गया। कोर्ट में सुनवाई के दौरान एजेंसी ने तर्क दिया कि आयोग ने उसे नकल करने वाले अभ्यर्थियों को चिन्हित करने का पर्याप्त समय नहीं दिया। वो सेग्रीगेशन (पृथक्करण) कर चिन्हित कर सकते हैं कि परीक्षा में कितने अभ्यर्थियों ने नकल की। इस पर कोर्ट ने एजेंसी को सेग्रीगेशन कर ऐसे अभ्यर्थियों को चिन्हित कर आयोग को रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए थे।
सूत्रों ने बताया कि आयोग अफसरों की सोमवार को एजेंसी के अफसरों के साथ मीटिंग हुई है। बैठक में आयोग ने एजेंसी से इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट मांगी कि वे नकल करने वालों को कैसे चिन्हित कर सकते हैं। आयोग के सचिव एसएस रावत ने बताया कि रिपोर्ट के मिलने के बाद एक्सपर्ट कमेटी गठित कर इसकी जांच कराई जाएगी।
विदित है कि आयोग 10 जून, 2023 को वन दरोगा भर्ती के लिए नए सिरे से लिखित परीक्षा कराने के बाद 16 जून को रिजल्ट जारी कर चुका है। इसकी शारीरिक दक्षता परीक्षा शेष है। लेकिन, हाईकोर्ट में मामला विचाराधीन होने से फिलहाल इसमें वक्त लग सकता है।
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स्मिता/एबीएम