चेन्नई 14 मार्च (आईएएनएस)। तमिलनाडु में सत्तारूढ़ दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन को एआईएडीएमके के गढ़ पश्चिमी तमिलनाडु में प्रचार अभियान का नेतृत्व सौंपा है।
डीएमके के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि उदयनिधि अपना पूरा ध्यान पश्चिमी तमिलनाडु में लगाएंगे। गौरतलब है कि 2021 के विधानसभा चुनाव में डीएमके की जीत के बावजूद अन्नाद्रमुक ने इस क्षेत्र से जोरदार प्रदर्शन किया था।
2021 के विधानसभा चुनाव में, एआईएडीएमके के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने इस इलाके की 50 में से 33 सीटों पर जीत हासिल की थी। मध्य और उत्तरी तमिलनाडु में जीत के बावजूद डीएमके गठबंधन को यहां 17 सीटों से संतोष करना पड़ा था।
अब एआईएडीएमके की बढ़त को रोकने के लिए डीएमके पश्चिमी तमिलनाडु में उदयनिधि स्टालिन को प्रभार दे रही है। गौरतलब है कि एआईएडीएमके सुप्रीमो, एडप्पादी के. पलानीस्वामी इसी क्षेत्र से आते हैं। वह सलेम जिले के एडप्पाडी के रहने वाले हैं।
कोयंबटूर लोकसभा सीट पर जीत हासिल करने के भाजपा के दावे के बाद सतर्क डीएमके नेे यह सीट सीपीआई-एम से लेकर उसे अपेक्षाकृत आसान डिंडीगुल सीट सौंप दी है। भाजपा ने यहां से अपने ताकतवर नेता के. अन्नामलाई को लड़ाने की बात कही है।
डीएमके के अनुसार, पार्टी कार्यकर्ताओं और पार्टी की युवा शाखा के बीच उदयनिधि एक स्वीकार्य चेहरा हैं। इसलिए, तमिलनाडु के पश्चिमी क्षेत्रों में उनकी उपस्थिति से पार्टी के जमीनी स्तर के काम में तेजी आएगी।
उदयनिधि को इस इलाके के जमीनी मुद्दों की समझ भी है। इसके चलते भी उन्हें यहां की जिम्मेदारी दी गई है।
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