मुंबई, 8 नवंबर (आईएएनएस)। नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बयान के जरिए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के अपमान का कांग्रेस पर इल्जाम भी लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बाबा साहेब का अपमान हमेशा से करती रही है, जिसके कारण बाबा साहेब ने लॉ बोर्ड से इस्तीफा दिया था। उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र की जनता जाग गई है और यहां कांग्रेस की 'बांटो और राज करो' वाली नीति चलने वाली नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की सरकार के हटने के बाद ही बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न दिया गया और उस सरकार में भाजपा शामिल थी। रिजिजू ने आगे कहा कि राहुल गांधी और उनके सहयोगियों को ऐसे में संविधान पर बात करने का हक नहीं है।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू शुक्रवार को ठाणे के कपूर बावड़ी के भारतीय जनता पार्टी के मीडिया सेंटर में आए हुए थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि 25 नवंबर 2024 से लोकसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होगा। लोकसभा सत्र के दौरान संसद के एक-एक सेकंड की कीमत करोड़ों रुपए होती है। अगर इसमें कोई बाधा डालने की कोशिश करेगा तो हम जबरदस्ती बिल को पास कर लेंगे।
किरेन रिजिजू ने आगे बताया कि नागपुर में राहुल गांधी ने संविधान को लेकर एक कार्यक्रम किया और जब मैंने उसके बारे में जांच पड़ताल की तो मुझे पता चला कि राहुल गांधी ने जो संविधान बुक ली थी, उसमें आगे से संविधान लिखा हुआ था और अंदर से पूरा खाली था। इसलिए, कांग्रेस को संविधान के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उसकी वजह यह है कि जब पंडित जवाहरलाल नेहरू और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा संविधान को लाया जा रहा था। उस दौरान पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा और उनके मंत्रियों के द्वारा कानून मंत्रालय से इस्तीफा देने पर डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर को मजबूर किया गया। कांग्रेस ने कई बार डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान का ढांचा बदलने का प्रयास किया। जब हमारी भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में सरकार आई तो हमने डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर को भारत रत्न से नवाजा।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव का वक्त चल रहा है और महायुति की सरकार के लिए अच्छा माहौल है। इसके साथ ही मैं महाराष्ट्र के तमाम जिलों में घूम चुका हूं। जनता के मन में जो महायुति को लेकर अच्छा माहौल है, वो साफ दिख रहा है। लोकसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन द्वारा 'संविधान खतरे में है' का जो फेक नैरेटिव तैयार किया गया और लोगों को गुमराह करने की कोशिश की गई। लोकसभा चुनाव के बाद जनता ने अपनी आंखों से देख लिया कि किस तरीके से इंडिया गठबंधन वाले झूठ बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को हम संविधान दिवस मनाएंगे और इंडिया गठबंधन को दिखाएंगे कि हमने संविधान को बदलने का कभी भी कोई भी निर्णय नहीं लिया था और कैसे संविधान दिवस मनाया जाता है, यह भी हम इंडिया गठबंधन को सिखाएंगे।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की 'बांटो और राज करो' वाली नीति को देश की और महाराष्ट्र की जनता अच्छे से जान चुकी है। ऐसे में अब अल्पसंख्यक वोट भी कांग्रेस को मिलने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह सोचती है कि मुसलमानों का वोट अपने पास रखो और हिंदुओं को आपस में लड़ाओ। लेकिन, अब ऐसा होने वाला नहीं है। दलित तो समझ ही रहे हैं, अब मुसलमानों ने भी समझ लिया है कि कांग्रेस ने उनको केवल छला है। ऐसे में महाराष्ट्र की जनता जाग गई है और यहां कांग्रेस की 'बांटो और राज करो' वाली नीति चलने वाली नहीं है।
--आईएएनएस
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