रांची, 3 जून (आईएएनएस)। झारखंड में 2024 का साल चुनावों के नाम रहेगा। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद राज्य में अगले दो-तीन महीनों के भीतर 48 नगर निकायों के चुनाव कराए जाने की तैयारी चल रही है। फिर, अक्टूबर-नवंबर में राज्य विधानसभा के चुनाव का शेड्यूल सामने आ सकता है। राज्य के सभी नगर निकायों का कार्यकाल बीते साल अप्रैल महीने में ही समाप्त हो गया है। नया चुनाव 27 अप्रैल, 2023 तक करा लिए जाने चाहिए थे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया है। इसके पीछे की वजह यह है कि राज्य सरकार ने नगर निकायों का नया चुनाव कराने के पहले ओबीसी आरक्षण का प्रतिशत तय करने का फैसला लिया है। इसके लिए सरकार ने राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को ट्रिपल टेस्ट सर्वे करने को कहा था।
आयोग के अध्यक्ष योगेंद्र प्रसाद ने कहा है कि इसकी तैयारी कर ली गई है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता की मियाद खत्म होने के बाद सरकार का आदेश मिलते ही इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी और एक निश्चित समय सीमा के भीतर आयोग ओबीसी आरक्षण के लिए ट्रिपल टेस्ट सर्वे की रिपोर्ट पेश कर देगा। ऐसे में यह माना जा रहा है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो जुलाई-अगस्त तक नगर निकायों के चुनाव कराए जा सकते हैं।
बता दें कि झारखंड हाईकोर्ट ने 4 जनवरी को ही नगर निकायों के चुनाव की घोषणा तीन हफ्ते के भीतर करने का आदेश दिया था। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि नगर निकायों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी चुनावों को लटकाए रखना संवैधानिक और स्थानिक ब्रेकडाउन है। राज्य सरकार ने इस आदेश को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट के डबल बेंच में अपील की थी।
इस पर जस्टिस एस. चंद्रशेखर और जस्टिस नवनीत कुमार की डबल बेंच का फैसला 8 अप्रैल को आया और उन्होंने सिंगल बेंच के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। नगर निकायों के चुनावों के बाद राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो जाएगी। मौजूदा झारखंड विधानसभा का कार्यकाल अगले साल जनवरी के पहले हफ्ते में पूरा हो रहा है। ऐसे में अक्टूबर से दिसंबर के बीच चुनाव कराए जा सकते हैं।
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