रांची, 31 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार पर युवाओं, शिक्षकों, होमगार्ड, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, अराजपत्रित कर्मचारियों सहित विभिन्न वर्गों से किए गए वादों का हिसाब मांगा और सदन के भीतर जोरदार हंगामा किया।दूसरी पाली में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने इन मुद्दों पर सीएम हेमंत सोरेन से तत्काल जवाब देने की मांग की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब तक सरकार द्वारा युवाओं व अनुबंध कर्मियों को किये गए वादों पर जवाब नहीं देते, भाजपा के तमाम विधायक रात-दिन इसी सदन में रहेंगे। वह किसी भी हाल में सदन छोड़ने वाले नहीं है।
इससे पहले सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, ‘मैं सदन में एक-एक बिंदु पर जवाब दूंगा। जब से मैं जेल से आया हूं, विपक्ष में बैठे साथियों को भारी तकलीफ हो रही है, लगता है उन्हें कोई कांटा चुभ गया है।
लेकिन, नेता प्रतिपक्ष और सदन में मौजूद भाजपा के सभी विधायक सीएम से आज ही जवाब देने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंचकर धरना देने लगे। स्पीकर रबींद्रनाथ महतो के बार-बार के आग्रह के बाद भी भाजपा विधायक अपनी बात पर अड़े रहे। अंततः स्पीकर ने सदन की कार्यवाही गुरुवार दिन 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। उन्होंने कहा, ‘मैं प्रतिपक्ष के व्यवहार से आहत होकर भारी मन से सदन स्थगित कर रहा हूं।’
इसके पहले सुबह में सदन की कार्यवाही शुरू होने के पूर्व भाजपा विधायकों ने अपनी मांगों वाला एक विशाल बैनर लेकर सदन के मुख्य द्वार पर जोरदार नारेबाजी की। बैनर पर युवाओं को पांच लाख नौकरी, बेरोजगारी भत्ता, मनरेगा कर्मियों, पारा शिक्षकों सहित विभिन्न विभागों में अनुबंध पर कार्यरत लोगों से जुड़े मुद्दों को लेकर स्लोगन लिखे थे।
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