नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। पेरिस ओलंपिक 2024 में 140 करोड़ देशवासियों की उम्मीदों को उस वक्त जोर का धक्का लगा जब पहलवान विनेश फोगाट को ज्यादा वजन के चलते अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस खबर के बाद से उनके समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट हो रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विनेश फोगाट के समर्थन में ट्वीट किया। वहीं, विनेश को डिसक्वालीफाई करने को लेकर भारत में राजनीति भी तेज हो गई है।कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि बहुत चिंता का विषय है। वजन बढ़ा था तो पहले देखना चाहिए था। जीतने के बाद डिसक्वालीफाई करने के मामले में भारत सरकार को देखना चाहिए।
बता दें कि विनेश फोगाट का वजन 100 ग्राम ज्यादा था। जिसके कारण उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया। विनेश से सभी को बहुत उम्मीदें थीं कि वह भारत को पहलवानी में गोल्ड दिलाएंगी। बीती रात उन्होंने सेमीफाइनल में बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी।
विनेश को चाहने वाले उनके फैंस सोशल मीडिया पर आरोप लगा रहे हैं कि अगर उनका वजन बढ़ा तो सेमीफाइनल कैसे खेला गया। फाइनल में डिसक्वालीफाई करने के पीछे कोई षड्यंत्र हो सकता है।
बांग्लादेश के मामले पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के बयान पर राशिद अल्वी ने कहा कि हम नहीं चाहते कि भारत में भी बांग्लादेश जैसा कुछ हो। बांग्लादेश, श्रीलंका में जो हुआ वह तानाशाही की वजह से हुआ। तानाशाही का अंजाम अच्छा नहीं होता हैा। भारत को बांग्लादेश से सबक सीखना चाहिए। आप जो भी फैसला लें, सबको लेकर चलें। पीएम जो फैसला करते हैं वह तानाशाही फैसले होते हैं। शेख हसीना भारत में रह रही हैं, अमेरिका ने वीजा कैंसल कर दिया है। हमारे यहां उनके रुकने से लाखों बांग्लादेशी भारत आ सकते हैं। यह मुद्दा बड़ा हो सकता है कि अगर वह यहां रहती हैं। भारत सरकार सफाई के साथ बताए कि उसकी क्या पॉलिसी है। बांग्लादेश में जो हुआ उसके पीछे अमेरिका, चीन, पाकिस्तान का हाथ है। अमेरिका शेख हसीना के खिलाफ है। हमें अपने लोगों को देखना है। बांग्लादेश में जिसकी भी सरकार बनती है, हमें उसके संपर्क में रहना चाहिए।
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