ग्रेटर नोएडा, 12 अगस्त (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लिफ्ट में लोगों के फंसने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में लिफ्ट एक्ट पास हो जाने के बाद भी अभी तक स्थिति में सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। कभी बुजुर्ग, कभी बच्चे, तो कभी युवा लिफ्ट में फंसकर घंटों परेशान हो रहे हैं।ताजा मामला ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना इलाके के एक हाईराइज सोसायटी से आया है जहां बीती देर रात 16 साल का एक बच्चा करीब 1 घंटे तक लिफ्ट में फंसा रहा। कड़ी मशक्कत के बाद उसको बाहर निकाला गया।
लोहे के रॉड के जरिए लिफ्ट के दरवाजों को खोलने की कोशिश की गई और काफी देर बाद बच्चे को लिफ्ट से बाहर निकाला जा सका।
इस मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने समिति के मेंटेनेंस विभाग को चेतावनी दी है कि आगे से ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए।
पुलिस ने जानकारी साझा करते हुए बताया है कि 11 अगस्त की रात थाना बिसरख क्षेत्र में ग्रीन आर्क सोसायटी में तकनीकी खराबी के कारण लिफ्ट बंद हो गयी थी। इस लिफ्ट में निशेष (16), जो अपने परिवार के साथ सोसायटी के एफ टावर फ्लैट नंबर 1204 ए में रहता है, फंस गया। काफी सहायता बुलाने के बाद भी करीब 1 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सोसायटी के गार्ड, मेंटेनेंस विभाग और आसपास के लोगों ने मिलकर लोहे की रॉड से लिफ्ट का दरवाजा खोल कर उसे सकुशल बाहर निकाला।
इसके बाद थाना बिसरख पुलिस द्वारा सोसायटी के मेंटेनेंस ऑफिस को हिदायत दी गयी है।
गौरतलब है कि ये कोई पहला मामला नहीं है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की हाई राइज सोसायटी में लगातार लिफ्ट में फंसने के मामले आ रहे हैं और इसमें जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया जा रहा है। इसलिए इस तरह के मामले थमते नजर नहीं आ रहे हैं।
एक्सपर्ट बताते हैं कि लिफ्ट की सही तरीके से मेंटेनेंस ना होना, उनके रखरखाव में कमी करना, इन दुर्घटनाओं का सबसे बड़ा कारण है।
--आईएएनएस
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