पूर्वी चंपारण, 13 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार के पूर्वी चंपारण जिला मुख्यालय (मोतिहारी) स्थित गांधी प्रेक्षागृह में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर मुख्य बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। वहीं इस कार्यक्रम में सांसद राधामोहन सिंह विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। दीक्षारम्भ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने नई शिक्षा नीति की सराहना की।
राज्यपाल अर्लेकर ने कहा कि पिछले इतने वर्षों से जो शिक्षा नीति चली आ रही थी। ब्रिटिश काल के इस शिक्षा, शिक्षा नीति और शिक्षा पद्धति ने हमारी मानसिकता गुलामों वाली बना दी है। हम गुलाम बन चुके हैं। पिछले कई वर्षों से हमारी यही शिक्षा पद्धति ऐसी रही है। इसलिए हमें अपनी सोच बदलनी होगी। युवा आज डोंट वी जॉब सिकर, वी जॉब गिवर बनें।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति जो 2020 में अपनायी गई है। वह हमे जॉब गिवर बनाने वाली है। हम खुद के पैरों पर खड़े होकर किसी को नौकरी देने वाले बनें। ये हमारी सोच होनी चाहिए। यह अच्छी बात है कि नई शिक्षा नीति को विश्वविद्यालय अपना रहे हैं।
कार्यक्रम में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति संजय श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों को सम्मानित किया। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने राज्यपाल के स्वागत में स्वागतगान प्रस्तुत किया।
एमजीसीयूबी के तीन सत्रों में चलने वाले दीक्षारम्भ कार्यक्रम के पहले सत्र के समापन के बाद राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर, सांसद राधामोहन सिंह के साथ गांधी संग्रहालय पहुंचे और वहां गांधी स्मृति स्थल पर पुष्प अर्पित किया और महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उसके बाद राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर चरखा पार्क पहुंचे, जहां सत्याग्रह स्मारक को उन्होंने देखा।
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