दिसपुर, 24 अगस्त (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कहा कि बांग्लादेश से भारत आने वाले घुसपैठिये मुस्लिम समुदाय से हैं, जबकि हिंदू बांग्लादेश में संघर्ष कर रहे हैं। पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हिंदू संघर्ष कर रहे हैं, और वहीं पर रुके हुए हैं। पिछले एक महीने में एक भी हिंदू घुसपैठ करते पकड़ा नहीं गया, जबकि कई मुस्लिम इस प्रयास में पकड़ेे गए।"
मुख्यमंत्री ने कहा, बांग्लादेश से आ रहे घुसपैठियों को लेकर मैं ट्वीट भी कर रहा हूं। बांग्लादेश के हिंदू परिवार सिर्फ भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं, वो वहीं पर हैं, जो घुसपैठ हो रही है, वो दूसरे समुदाय के लोग कर रहे हैं।
उन्होंने बताया, जब से पड़ोसी मुल्क के सियासी हालात बदले हैं, हम उस पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। हमें पता चला है कि जो भी मुस्लिम घुसपैठिए आ रहे हैं, वो असम के लिए नहीं, बल्कि बेंगलुरु और तमिलनाडु के लिए आ रहे हैं। वो सभी असम का एक कॉरिडोर की तरह प्रयोग कर रहे हैं।
सीएम ने कहा कि हिंदू वहां लड़ रहे हैं और जितने हिंदुओं को आना था, वो सभी बंटवारे के समय ही भारत आ गए थे। जो उस समय नहीं आए, उन्होंने ये सोच कर निर्णय लिया कि बांग्लादेश उनका जन्म स्थान है। इसलिए हमे बांग्लादेश के हिंदुओं की इज्जत करनी चाहिए।
हिमंत बिस्वा सरमा ने साफ किया कि बांग्लादेश में कपड़े की फैक्टरी बंद होने पर बांग्लादेशी घुसपैठिए नौकरी के लिए तमिलनाडु जाना चाहते हैं। बता दें जब से पड़ोसी मुल्क के सियासी हालात बदले हैं, तब से असम बॉर्डर के जरिए घुसपैठ की कोशिश हो रही है। अवैध घुसपैठियों पर राज्य और केंद्र सरकार की नजर है।
--आईएएनएस
एससीएच/सीबीटी