रांची, 9 सितंबर (आईएएनएस)। कई नक्सली वारदातों में वांटेड मुनेश्वर गंझू उर्फ विक्रम ने सोमवार को रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा और सीआरपीएफ के अफसरों के समक्ष सरेंडर कर दिया। मुनेश्वर प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) में एरिया कमांडर था। मुनेश्वर ने सरेंडर करने के बाद कहा कि टीएसपीसी सहित तमाम नक्सली संगठन अपने उद्देश्यों से भटक चुके हैं। उनका एकमात्र लक्ष्य ठेकेदारों, व्यापारियों को भय दिखाकर वसूली करना रह गया है। उसने नक्सली संगठन से जुड़े बाकी साथियों से हथियार डालने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है।
मुनेश्वर मूल रूप से हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र के डमारू गांव का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, उसके खिलाफ रांची, हजारीबाग और चतरा जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में 26 मामले दर्ज हैं। वह 2015 से नक्सली संगठन से जुड़ा था। उसे 2019 में एरिया कमांडर बना दिया गया था। उसे रांची जिले के उमेडंडा, बुढ़मू, खलारी, चान्हो, मांडर, रातू और ठाकुरगांव इलाके में ठेकेदारों-व्यापारियों से वसूली का जिम्मा मिला था।
इसी साल मई में मुनेश्वर के दस्ते की पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई थी और वह भागने में सफल रहा था। पिछले आठ दिनों में टीएसपीसी के दूसरे नक्सली कमांडर ने सरेंडर किया है। इसके पहले 2 सितंबर को एरिया कमांडर राहुल गंझू उर्फ खलील ने रांची पुलिस के सामने सरेंडर किया था। राहुल ने अपनी प्रेमिका अनिता के समझाने पर हिंसा की दुनिया से बाहर निकलने का फैसला किया।
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