नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में शराबबंदी लागू है। लेकिन, जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत होने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। छपरा, सीवान में जहरीली शराब पीने से 24 लोगों की मौत हो गई है। 20 से ज्यादा लोगों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। तीन लोगों की आंख की रोशनी चली गई है। इस मामले पर गुरुवार को जेडीयू नेता राजीव रंजन ने आईएएनएस से बात की। उन्होंने कहा, इस घटना से हम सभी लोग आहात हैं।
सीवान और सारण जिलों में मौतें हुई हैं। राज्य सरकार शराबबंदी के फैसले के बाद बिहार के लोगों से अपील करती रही है कि जहरीली शराब के सेवन से लोगों को बचना चाहिए। इस घटना को लेकर बिहार सरकार ने त्वरित कदम उठाए हैं। कई टीमें बनाई गई हैं, जो लगातार उन जिलों में छापेमारी कर रही हैं।
इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गय़ा है। सरकार की कोशिश है कि जो भी लोग इस घटना के पीछे सूत्रधार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
वहीं, बिहार पुलिस मद्य निषेध विभाग की ओर से लगातार छापेमारी की जा रही है। डीजीपी आलोक राज ने बताया कि बिहार के सारण और सीवान जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। कई लोगों की हालत गंभीर है, जिनका सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
डीजीपी आलोक राज ने कहा है कि बिहार पुलिस और मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों को घटना की गंभीरता से जांच करने का निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सीवान जिले में 20 और सारण जिले में अब तक 4 लोगों की मौत हुई है।
बता दें कि इस घटना के बाद विपक्ष भी लगातार राज्य सरकार पर हमलावर हैं। कांग्रेस का कहना है कि साल 2016 के बाद से बिहार में पूर्ण रूप से कभी भी शराबबंदी लागू नहीं हुआ है।
--आईएएनएस
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