श्रीनगर, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में गुरुवार रात को सेना के एक वाहन में हुए हमले में नौशेरा के 27 वर्षीय मुश्ताक अहमद चौधरी के पैतृक स्थान पर गम का माहौल है। गुलमर्ग में एक आतंकवादी हमले में सेना के साथ काम करने वाले दो पोर्टर की भी मौत हो गई थी।एक मृतक पोर्टर के परिजन ने इस घटना पर बात करते हुए कहा, "यह घटना अफसोसजनक है। यह नौजवान आर्मी के साथ एक पोर्टर के तौर पर काम कर रहा था। यह स्थायी नौकरी नहीं थी। कल रात को हमने जब यह खबर सुनी तो नौशेरा में सभी लोगों सन्न रह गए। मरने वाले की उम्र केवल 27 साल थी, जिसकी शादी हो चुकी थी और उसका केवल तीन साल का बच्चा है। उसके पिता को भी कैंसर है।"
उन्होंने आगे कहा कि उनकी आमदनी का और जरिया नहीं था। वह मजदूरी करने के लिए पोर्टर के तौर पर आर्मी के साथ गया था। उसके घर की हालत खस्ता है। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए थी। घरवाले ही यह दर्द समझ सकते हैं। मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि इस बारे में एक्शन लें और इनको इंसाफ दिलाएं। कश्मीर में आए दिन ऐसे हादसे हो रहे हैं। हम उम्मीद करेंगे कि ऐसे हादसे न हों।
उल्लेखनीय है कि इस हमले में दो सैनिक भी शहीद हो गए थे और दो नागरिकों की भी मौत हुई थी।
इस मामले पर कांग्रेस लीडर प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, "गुलमर्ग, जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले में दो जवानों की शहादत का समाचार अत्यंत दुखद है। हमले में दो पोर्टर ने भी जान गंवाई है। ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं। सभ्य समाज में हिंसा और आतंकवाद अस्वीकार्य है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम है।"
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी हमले की निंदा की। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "उत्तरी कश्मीर के बूटा पाथरी इलाके में सेना के वाहनों पर हमले की बहुत दुर्भाग्यपूर्ण खबर है, जिसके परिणामस्वरूप कुछ लोग हताहत और घायल हुए हैं। कश्मीर में हाल ही में हुए हमलों की यह श्रृंखला गंभीर चिंता का विषय है। मैं इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं और अपनी जान गंवाने वाले लोगों के प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं यह भी प्रार्थना करता हूं कि घायल पूरी तरह से और जल्दी ठीक हो जाएं।"
--आईएएनएस