नई दिल्ली, 12 नवंबर (आईएएनएस)। नवंबर का दूसरा सप्ताह चल रहा है। लेकिन, अभी तक देश में ठंड ने दस्तक नहीं दी है। दिन और रात के समय में अभी भी गर्मी जैसे हालात बने हुए हैं। ऐसे में मौसम वैज्ञानिक ने नवंबर में जारी गर्मी की वजहों का खुलासा किया है। मौसम वैज्ञानिक डॉ सोमा सेन रॉय ने आईएएनएस से बातचीत में बताया कि अभी तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जिसकी वजह से नवंबर में भी गर्मी का एहसास हो रहा है। खासकर नॉर्थ-ईस्ट और सेंट्रल इंडिया में तापमान काफी सामान्य हैं और इसी कारण गर्मी बनी हुई है।
उन्होंने आगे कहा, "मौसम में ज्यादा बदलाव की एक वजह यह भी है कि पिछले 10 से 15 दिनों के बीच कोई खास पश्चिमी विक्षोभ नहीं आया है। पश्चिमी विक्षोभ आने से बादल आते हैं और बारिश होती है, जिसके चलते तापमान बढ़ता है और फिर बाद में तापमान गिर जाता है। ऐसी स्थिति ना होने के कारण न्यूनतम तापमान में पिछले कई दिनों से खास बदलाव नहीं आया है और जिस वजह से अभी का न्यूनतम तापमान काफी ऊपर चल रहा है। पंजाब और हरियाणा में छह-सात डिग्री सेल्सियस अधिक है, इसके अलावा दिल्ली और उससे सटे क्षेत्रों में चार से पांच और राजस्थान, यूपी और एमपी में दो से चार डिग्री सेल्सियस अधिक है। इस स्थिति में खास बदलाव आने की उम्मीद नहीं है।"
मौसम वैज्ञानिक डॉ सोमा सेन रॉय ने बताया कि 14 नवंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ आने वाला है, जिसका असर नॉर्थ इंडिया में देखने को मिलेगा। इसके चलते जम्मू-कश्मीर में बारिश देखने को मिल सकती है। हालांकि, बाकी जगह इसका ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कोहरे की स्थिति के बारे में बात करते हुए बताया कि पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई रीजन में कोहरा होने की रिपोर्ट मिली है। कई जगह बहुत घना कोहरा देखा गया है, जहां 50 मीटर से कम की विजिबिलिटी थी। कोहरे की स्थिति अभी दो से तीन दिनों तक बरकरार रहेगी।
14 नवंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ के चलते पहाड़ों पर हल्की बारिश और बर्फबारी के आसार हैं, जिसके चलते मैदानी इलाकों में भी तापमान में 1-2 डिग्री सेल्सियस की कमी आ सकती है, जिसके बाद सुबह और शाम में हल्की गुलाबी ठंड का एहसास होना शुरू हो सकता है।
--आईएएनएस
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