नई दिल्ली, 20 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता टी.एस. सिंह देव ने बुधवार को आईएएनएस से खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा लगाए गए आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने भाजपा के आरोपों को पूरी तरह से नकारते हुए कहा कि यह केवल ध्यान भटकाने की कोशिश है।संबित पात्रा ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस और सुप्रिया सुले ने बिटक्वाइन के माध्यम से करोड़ों रुपये का घोटाला किया है, जिसका इस्तेमाल 2019 और 2024 के चुनावों में हुआ है। इस आरोप पर टी.एस. सिंह देव ने कहा कि जब कोई भाजपा का नेता, जो खुद भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसा हो, इस तरह के गंभीर आरोप लगाता है, तो सवाल उठता है कि वह खुद क्या कर रहे हैं। क्या भाजपा के नेता, जो कथित तौर पर 'रंगे हाथ' पकड़े गए हैं, यह आरोप दूसरों पर डालकर बच सकते हैं?
उन्होंने कहा कि यह आरोप केवल एक साजिश का हिस्सा है ताकि भाजपा अपने असली मुद्दों से ध्यान हटा सके। जब तक जनता की नजरें भाजपा की गलत नीतियों और भ्रष्टाचार पर नहीं जाती, तब तक ऐसे झूठे आरोपों का सहारा लिया जाएगा।
टी.एस. सिंह देव ने उस वायरल वीडियो का भी जिक्र किया, जिसमें भाजपा नेता विनोद तावड़े को पैसों के साथ पकड़ा गया था। चुनाव आयोग ने इस मामले में कार्रवाई की थी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने जो कदम उठाया है, वह स्वागत योग्य है। लोकतंत्र में चुनाव पारदर्शी और निष्पक्ष होने चाहिए, और इस प्रकार की हरकत न केवल चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करती हैं, बल्कि नागरिकों के विश्वास को भी कमजोर करती हैं।
उन्होंने चुनावों में धांधली को निंदनीय बताया और कहा कि अगर चुनावी प्रक्रिया में मतदाताओं को उनके अधिकार से वंचित किया जाता है, तो यह संविधान के खिलाफ है। संविधान ने 'हम भारत के लोग' के रूप में नागरिकों को अधिकार दिया है, और ऐसे कृत्य लोकतंत्र की आत्मा को नष्ट करने के समान हैं।
--आईएएनएस
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