जयपुर, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने गुरुवार को राज्यसभा में ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (ओसीसीआरपी) के बारे में आई एक रिपोर्ट का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जब भी संसद का सत्र चल रहा होता है, उसी समय विदेशों में कोई न कोई रिपोर्ट सामने आ जाती है, जिसका मकसद देश की छवि खराब करना है। सुधांशु त्रिवेदी द्वारा इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद राजनीतिक बयानबाजियां तेज हो गई हैं।राजस्थान भाजपा के प्रदेश महामंत्री और विधायक जितेंद्र गोठवाल ने कहा, "आप देखेंगे कि पिछले 10 साल से भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ जो विपक्ष में इन लोगों ने दल बनाया जिसका नेतृत्व तो राहुल गांधी करते हैं, उनकी नीति यही रही है कि विदेश में जाकर बस भारत की आलोचना करनी है।"
उन्होंने कहा कि लोकसभा का सत्र आने से पहले जो विदेशी ताकतें हमारे देश को कमजोर करना चाहती हैं, कांग्रेसी और उनके सहयोगी दल भारत विरोधी एजेंडा सदन के सत्र से पहले लेकर आते हैं और उसके बाद भारत को बदनाम करने की कोशिश की जाती है। खुद राहुल गांधी विदेश में बैठकर देश को बदनाम करने की कोशिश करते हैं ताकि भाजपा के साथ जो दल काम कर रहे हैं, उनके साथ पार्टी की छवि पूरे देश में धूमिल की जा सके।
विधायक गोठवाल ने कहा, "संसद सत्र शुरू होता है उससे पहले अलग-अलग मुद्दों को गलत तरीके से पेश किया जाता है इस बार भी भारतीय अर्थव्यवस्था और देश के उद्योगपतियों को बदनाम करने के लिए, नीचा दिखाने के लिए कांग्रेसी नेता अपना एजेंडा चला रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगे उनकी एक नहीं चलने वाली। हमें मेरा पूरा विश्वास है कि पूरे विश्व में भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। वह पूरे विश्व का नेतृत्व कर रहा है। इसके साथ ही वह कांग्रेस पार्टी की सच्चाई को जनता के सामने ला रहा है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "जो 'ओसीसीआरपी' लिखता है, वही राहुल गांधी बोलते हैं। जब पूरी दुनिया में कोरोना महामारी फैली थी और भारत ने अपनी दो वैक्सीन भी बनाई थी और भारत वैक्सीन मैत्री कर रहा था, कई देशों ने वैक्सीन के लिए भारत को ऑर्डर दिया था। उसी समय 1 जुलाई 2021 को 'ओसीसीआरपी' ने एक लेख छापा कि ब्राजील ने 32.4 करोड़ डॉलर का वैक्सीन का जो ऑर्डर दिया था, उसे रद्द कर दिया है। इस तरह भारत की छवि को धूमिल करने की कोशिश की गई।"
--आईएएनएस
एमकेएस/एकेजे