हैदराबाद, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने रविवार को चेतावनी दी कि अगर कांग्रेस पार्टी उसके लिए वायरा और मिर्यालागुडा सीटें छोड़ने से इनकार करती है तो वह तेलंगाना विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी।माकपा के राज्य सचिव टी. वीरभद्रम ने स्पष्ट किया कि सीट साझा समझौते के तहत कांग्रेस पार्टी अगर उसे वायरा और मिर्यालागुडा सीट देने से इनकार करती है, तो उसके साथ गठबंधन नहीं हो पाएगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस मिरयालागुडा और हैदराबाद में एक और सीट देने को तैयार है। उन्होंने कहा कि यह माकपा को मंजूर नहीं है।
उन्होंने कहा, "हम वायरा और मिर्यालगुडा के अलावा कोई भी सीट स्वीकार नहीं करेंगे। अगर कांग्रेस उन्हें देने से इनकार करती है, तो हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे।"
कांग्रेस और माकपा नेताओं के बीच 31 अक्टूबर को बातचीत होनी है। वीरभद्रम ने कहा कि अगर बैठक में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं हुआ तो कांग्रेस के साथ उसका गठबंधन नहीं हो पाएगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं की ओर से माकपा के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करना उचित नहीं है।
माकपा शुरू में पलेरू और भद्राचलम निर्वाचन क्षेत्रों पर जोर दे रही थी। हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने पूर्व सांसद पी. श्रीनिवास रेड्डी को पलेरू से मैदान में उतारा। श्रीनिवास रेड्डी ने जुलाई में कांग्रेस में शामिल होने के लिए भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) छोड़ दी थी।
कांग्रेस ने भद्राचलम से मौजूदा विधायक पोडेम वीरैया को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने भाकपा और मकापा को दो-दो सीटों की पेशकश की है। इसने भाकपा को कोठागुडेम और चेन्नूर (एससी) सीटों की पेशकश की है।
सबसे पुरानी पार्टी पहले ही 100 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।
119 सदस्यीय तेलंगाना विधानसभा के लिए चुनाव 30 नवंबर को होना है।
--आईएएनएस
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