💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

पूर्वी चंपारण में डॉक्टर ने शराब पीए होने की 'जांच' के लिए पेपर कोन का उपयोग किया

प्रकाशित 02/11/2023, 07:06 am
पूर्वी चंपारण में डॉक्टर ने शराब पीए होने की 'जांच' के लिए पेपर कोन का उपयोग किया

पटना, 2 नवंबर (आईएएनएस)। शराबबंदी वाले बिहार में शराब पीने पर लोगों को सलाखों के पीछे डाल दिया जाता है, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो से पता चलता है कि शराब पीने वालों की स्थिति का पता लगाने के लिए किए जाने वाले परीक्षण बहुत विश्‍वसनीय नहीं हो सकते।ऐसी ही एक घटना पूर्वी चंपारण जिले में सामने आई, जब एक उप-विभागीय अस्पताल के डॉक्टरों ने यह पता लगाने के लिए पेपर कोन का इस्तेमाल किया कि आरोपी ने शराब पी रखी है या नहीं और ऐसी "मेडिकल रिपोर्ट" के आधार पर जिला पुलिस ने 9 लोगों को शराबबंदी कानून के तहत जेल भेज दिया।

घटना 30 अक्टूबर की है और इस संबंध में एक वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

रक्सौल पुलिस ने 30 अक्टूबर को शराब पीने के आरोप में 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस टीम उन्हें मेडिकल जांच के लिए अनुमंडलीय अस्पताल ले गई। चूंकि डॉक्टरों के पास अस्पताल में सांस-विश्‍लेषक उपकरण या रक्त परीक्षण उपकरण नहीं था, इसलिए उन्होंने कथित अपराधियों को एक शंकु में फूंक मारने के लिए कहा और शंकु को सूंघकर पता लगाया कि वे नशे में हैं या नहीं।

इस पद्धति के आधार पर डॉक्टरों ने 9 कथित अपराधियों की रिपोर्ट तैयार की है और उल्लेख किया है कि वे नशे में थे। डॉक्टरों की मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर रक्सौल पुलिस ने अपराधियों को उपमंडलीय अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

नियमों के अनुसार, कानून प्रवर्तन अधिकारियों को अपराधियों के रक्त परीक्षण की रिपोर्ट जैसे वैज्ञानिक प्रमाण अदालत में पेश करने होते हैं। मेडिकल रिपोर्ट में रक्त में अल्कोहल का प्रतिशत होना चाहिए। इस मामले में न तो ब्रेथ एनालाइजर रिपोर्ट और न ही ब्लड टेस्ट की रिपोर्ट कोर्ट के समक्ष पेश की गई।

अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. राजीव रंजन ने मीडियाकर्मियों से कहा : “हमारे पास अल्कोहल परीक्षण करने के लिए ब्रेथ एनालाइजर या कोई अन्य बुनियादी ढांचा नहीं है। इसलिए, हमारे डॉक्टरों ने अपराधियों का परीक्षण करने के लिए पेपर कोन का विकल्प चुना है।"

रक्सौल पुलिस स्टेशन के एसएचओ नीरज कुमार ने कहा, "विभाग ने एक ब्रेथ एनालाइजर दिया है, लेकिन यह काम नहीं कर रहा है।"

संपर्क करने पर, जिला सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार सिंह ने कहा : “हमने वीडियो देखा है, जहां डॉक्टरों ने कागज से बने शंकु का उपयोग करके कथित रूप से नशे में लोगों का परीक्षण किया है। हमने इस उद्देश्य के लिए एक जांच समिति का गठन किया है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।”

रक्सौल बिहार-नेपाल सीमा पर स्थित है और इसलिए वहां रहने वाले बड़ी संख्या में लोग शराब पीने के लिए खुली सीमाओं के पार नेपाल जाते हैं।

--आईएएनएस

एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित