कोच्चि, 3 नवंबर (आईएएनएस)। आगामी लोकसभा चुनाव में त्रिशूर से चुनाव लड़ने को इच्छुक सुपरस्टार सुरेश गोपी को शुक्रवार को उस समय करारा झटका लगा, जब जिले के शक्तिशाली कैथोलिक चर्च ने उन्हें चुनाव में सीधे टक्कर देने की घोषणा की।
अब तक, उन्होंने भाजपा के टिकट पर त्रिशूर से दो बार चुनाव लड़ा है। 2019 के लोकसभा और 2021 के विधानसभा चुनाव में और तीसरे स्थान पर रहे।
आम लोगों के बीच वितरित किए जाने वाले चर्च के अंग ने उनके पहले के बयान के लिए उन पर जोरदार हमला किया है कि किसी को भी मणिपुर और उत्तर प्रदेश के बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि वहां की चीजों पर "मजबूत इरादों वाले लोगों" की नजर रहेगी।
उनके बयान के जवाब में, चर्च ने पार्टी के मुखपत्र में प्रासंगिक मुद्दे उठाए और उनसे पूछा है, "चूंकि भाजपा के पास मजबूत इरादों वाले लोग नहीं हैं, इसलिए क्या वह मजबूत इरादों वाले व्यक्ति के रूप में आने की योजना बना रहे हैं"।
चर्च ऑर्गन के लेख में आगे पूछा गया है, "जब मणिपुर जल रहा था तो 'मजबूत इरादों वाला व्यक्ति' क्या कर रहा था और 'इस व्यक्ति' ने इसके बारे में प्रधान मंत्री से क्यों नहीं पूछा।"
इसके अलावा, यह बताता है कि जब प्रधान मंत्री अन्य संकटग्रस्त राज्यों में पहुंचे, तो उन्होंने मणिपुर को क्यों छोड़ दिया। कड़े शब्दों में लिखे गए लेख में कहा गया है, "लोग मणिपुर मुद्दे को कमतर आंकने की रणनीति को समझ सकते हैं, क्योंकि सांप्रदायिक तत्व चाहे जितना भी छिपाने की कोशिश करें, त्रिशूर में मतदाता ऐसी सभी चालों को देखने में सक्षम हैं।"
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