💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

आबकारी नीति मामला: दिल्ली हाई कोर्ट ने बेटी की खराब सेहत के आधार पर मांगी गई अमित अरोड़ा की अंतरिम जमानत याचिका पर आदेश सुरक्षित रखा

प्रकाशित 08/11/2023, 01:01 am
आबकारी नीति मामला: दिल्ली हाई कोर्ट ने बेटी की खराब सेहत के आधार पर मांगी गई अमित अरोड़ा की अंतरिम जमानत याचिका पर आदेश सुरक्षित रखा

नई दिल्ली, 7 नवंबर (आईएएनएस)। कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से संबंधित धन शोधन मामले में आरोपी शराब कंपनी बड्डी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा ने मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से अंतरिम जमानत का आग्रह किया। उन्होंने अपनी बेटी की बिगड़ती स्वास्थ्य स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि उसे परिवार के सदस्यों, विशेषकर उसके माता-पिता द्वारा नियमित निगरानी की आवश्यकता है।गौरतलब है कि सितंबर में अदालत ने अरोड़ा को ऑपरेशन के बाद की देखभाल के लिए अस्पताल में भर्ती होने की अनुमति दी थी, क्योंकि उनकी लैप्रोस्कोपिक स्लीव गैस्ट्रेक्टोमी हुई थी।

न्यायमूर्ति दिनेश कुमार शर्मा ने कहा था कि जेल में अरोड़ा की चिकित्सा स्थिति के लिए आवश्यक देखभाल प्रदान करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा नहीं हो सकता है।

अरोड़ा के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता विकास पाहवा ने तर्क दिया था कि उन्हें उनकी सर्जरी के बाद 31 अगस्त को फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट से छुट्टी दे दी गई थी, और उनकी विभिन्न चिकित्सीय स्थितियों को देखते हुए उन्हें तीन महीने की अवधि के लिए अंतरिम जमानत दी जानी चाहिए।

मंगलवार को पाहवा और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की दलीलें सुनने के बाद न्यायमूर्ति स्वर्णकांत शर्मा ने अरोड़ा की अंतरिम जमानत याचिका पर आदेश सुरक्षित रख लिया।

ईडी के वकील ने याचिका का विरोध करते हुए दलील दी कि अरोड़ा की पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य उनकी बेटी की देखभाल के लिए उपलब्ध हैं, जिससे उनकी रिहाई अनावश्यक हो गई है।

पाहवा ने तर्क दिया कि अरोड़ा इस समय अस्पताल में भर्ती हैं और उन्हें कुछ समय के लिए अंतरिम जमानत देने से न केवल उन्हें बल्कि उनके परिवार, विशेषकर उनकी बीमार बेटी को भी फायदा होगा।

पाहवा ने अदालत को बताया कि अरोड़ा की बेटी ने कई बार आत्महत्या के प्रयास किए हैं और उसे पैरानॉयड सिज़ोफ्रेनिया का पता चला है। अदालत को बताया गया कि उसकी आगामी परीक्षाएं तनाव का कारण हैं और वह उनकी तैयारी करने की स्थिति में नहीं है।

पाहवा के मुताबिक, अंतरिम जमानत की याचिका मानवीय आधार पर दी गई थी।

आबकारी नीति मामले की जांच केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) और ईडी दोनों द्वारा की जा रही है। इसमें दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी आरोपी हैं।

--आईएएनएस

एकेजे

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित