कोलकाता, 25 नवंबर (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल में स्कूल में नौकरी के लिए करोड़ों रुपये के नकद मामले की जांच में मुंबई स्थित नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) से मदद मांगी है।
सूत्रों ने कहा कि एनएसडीएल से एक विशेष कॉर्पोरेट इकाई के स्थायी खाता संख्या (पैन) से संबंधित विवरण के बारे में मदद मांगी गई है, जो मामले के मुख्य आरोपी सुजय कृष्ण भद्र से जुड़ा है।
एनएसडीएल से उक्त कंपनी के कुछ वर्तमान और पूर्व निदेशकों के बारे में भी जानकारी मांगी गई है। सूत्रों ने कहा कि इस संबंध में एनएसडीएल से विवरण प्राप्त करने के बाद, ईडी के अधिकारी अपने पास पहले से उपलब्ध दस्तावेजों से इसकी पुष्टि करेंगे।
उन्होंने कहा कि एक बार जब एनएसडीएल से मांगी गई जानकारी उपलब्ध हो जाएगी और ईडी के अधिकारियों के पास पहले से ही उपलब्ध दस्तावेजों के साथ इसकी पुष्टि हो जाएगी, तो पूरी घोटाले की प्रक्रिया में की गई लेखांकन बाजीगरी अधिक स्पष्ट हो जाएगी।
व्यक्तिगत पैन कार्डों में से एक, जिसकी जानकारी ईडी के अधिकारियों ने एनएसडीएल से मांगी है, वह सुजय भद्र का है। हालांकि, ईडी के अधिकारी उन अन्य निदेशकों के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं जिनकी जानकारी उन्होंने एनएसडीएल से मांगी है।
सूत्रों ने कहा कि ईडी के अधिकारी स्कूल नौकरी मामले में छोटी-छोटी वित्तीय बाजीगरी का पता लगाने के लिए सभी अवसरों की तलाश कर रहे हैं, ताकि अदालत में एक मजबूत मामला बनाया जा सके। कलकत्ता उच्च न्यायालय के हालिया निर्देश के बाद पहले से ही केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों पर जांच प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने का दबाव है, दसमें ईडी को इस साल 31 दिसंबर तक जांच प्रक्रिया को समाप्त करने का निर्देश दिया गया है और संबंधित जानकारी के लिए एनएसडीएल से संपर्क करना एक कदम माना जा रहा है।
--आईएएनएस
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