40% की छूट पाएं
नया! 💥 प्राप्त करें प्रोपिक्स जो रणनीति देखने के लिए जिसने S&P 500 को 1,183%+ से हराया है40% की छूट क्लेम करें

अडानी समूह पर राहुल गांधी के आरोप कैसे पड़े उलटे

प्रकाशित 04/12/2023, 03:39 am
अडानी समूह पर राहुल गांधी के आरोप कैसे पड़े उलटे

नई दिल्ली, 3 दिसंबर (आईएएनएस)। तीन राज्‍यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे साफ दिखाते हैं कि कांग्रेस और विपक्षी दलों द्वारा अडानी समूह के खिलाफ आरोप लगाने की कोशिशें इन पर उलटी पड़ गई हैं।राज्य चुनावों से पहले राजनीतिक बयानबाजी और आरोपों की श्रृंखला में उल्लेखनीय वृद्धि हुई थी। इसके अनुरूप कांग्रेस सहित भारत के विपक्षी दलों द्वारा भी अडानी समूह पर ऐसे कई आरोप लगाए गए थे।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के चुनाव अभियान के तहत प्रमुख रैलियों में अडानी समूह का जिक्र किया।

राहुल गांधी ने ऐसे बयानों का इस्तेमाल किया, जो सनसनीखेज प्रकृति के थे। राहुल गांधी द्वारा बताए गए कई तथ्य गलत साबित हो चुके हैं या वर्तमान में उनकी जांच चल रही है। इसके अतिरिक्त, कुछ कथन बिल्कुल निराधार हैं और उनमें कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है।

राहुल गांधी ने जानबूझकर अडानी समूह को भारत के गरीबों, जरूरतमंदों और सामान्य रूप से अर्थव्यवस्था के लाभ के विरोधी के रूप में चित्रित करने की कोशिश की। ये बयान अनिश्चितता का माहौल बनाने और भारत की विकास गाथा में योगदान देने वाले अदानी (NS:APSE) समूह को निशाना बनाने के इरादे से दिए गए थे। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के महुआ मोइत्रा के संबंध में हाल के खुलासों ने इन आरोपों की विश्‍वसनीयता को और भी कम कर दिया है।

राहुल गांधी कहते रहे हैं, "अडानी समूह के कारनामों पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट में सामने आए तथ्‍यों की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से करवाई जाए, तभी इस मामले में पूर्ण न्याय की उम्‍मीद की जा सकती है। भारत के व्यापक आर्थिक हित, गरीबों और किसानों के हितों को नुकसान पहुंचाकर बड़े-बड़े उद्योगपतियों के कर्ज माफ कर दिए गए, सरकार अडानी समूह को लाभ पहुंचाने के लिए कोयला खदानों का निजीकरण करके उन्हें सौंपना चाहती है, जो आदिवासी आबादी के अधिकारों के खिलाफ है।”

तृतीय पक्ष विज्ञापन। Investing.com द्वारा कोई प्रस्ताव या अनुशंसा नहीं। यहां प्रकटीकरण देखें या विज्ञापन हटा दें

बयानों से पता चलता है कि कांग्रेस द्वारा गरीबों से संबंधित किसी भी मुद्दे को आपस में जोड़ने और किसी तरह राजनीतिक लाभ लेने और केंद्र सरकार प्रधानमंत्री और अडानी समूह के खिलाफ नकारात्मक भावना पैदा करने के लिए जानबूझकर प्रयास किया गया था। इस तरह के बयानों को स्थानीय संदर्भ प्रदान करने के लिए स्थानीय मुद्दों (छत्तीसगढ़ में खदानें या तेलंगाना में कोयला क्षेत्र) के साथ मिलाया गया था।

--आईएएनएस

एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित