हैदराबाद, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी के समर्थकों ने मंगलवार को उस होटल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जहां नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायक हैदराबाद में डेरा डाले हुए हैं।रेवंत रेड्डी को मुख्यमंत्री के रूप में नामित करने में देरी से नाराज होकर, वे गाचीबोवली में एला होटल के सामने बैठ गए और 'रेवंत सीएम' के नारे लगाए।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने आत्मदाह करने की भी कोशिश की। हालांकि, पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई की और उन्हें वहां से खदेड़ दिया।
समर्थकों के एक समूह ने सोमवार रात राजभवन के बाहर इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया था, जहां मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण के लिए सभी तैयारियां की गई थी। लेकिन, विधायकों के बीच इस बात पर आम सहमति नहीं होने के कारण योजनाओं को रोक दिया गया था कि मुख्यमंत्री मंत्री कौन होना चाहिए।
इसके के बाद पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। नवनिर्वाचित विधायक शुक्रवार शाम से ही होटल में डेरा डाले हुए हैं। मंगलवार शाम होने वाली सीएलपी बैठक में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता के रूप में ए. रेवंत रेड्डी के नाम की घोषणा होने की संभावना है।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार (जो एआईसीसी पर्यवेक्षक भी हैं) हैदराबाद लौट रहे हैं और सीएलपी बैठक में घोषणा करेंगे। शिवकुमार नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में लिए गए फैसले और उनकी राय से आलाकमान को अवगत कराने के लिए सोमवार रात दिल्ली रवाना हो गए थे।
कांग्रेस सांसद और तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के पूर्व अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी ने भी दिल्ली में शिवकुमार से मुलाकात की थी।
भंग विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता मल्लू भट्टी विक्रमार्क भी केंद्रीय नेताओं से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे थे। एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने आवास पर राहुल गांधी और अन्य नेताओं के साथ बैठक की, जहां नेता के नाम को अंतिम रूप दिया गया।
सोमवार सुबह हैदराबाद में नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे को सीएलपी के नेता के नाम के लिए अधिकृत किया गया। हालांकि, सोमवार देर रात तक नेतृत्व की ओर से कोई घोषणा नहीं हुई, जिससे रेवंत रेड्डी के समर्थकों में चिंता पैदा हो गई, जो शीर्ष पद के लिए सबसे आगे हैं।
सीएलपी बैठक के बाद शिवकुमार ने अन्य एआईसीसी पर्यवेक्षकों दीपा दास मुंशी, डॉ. अजय कुमार, केजे जॉर्ज और के. मुरलीधरन के साथ सभी 64 विधायकों के साथ व्यक्तिगत बैठकें की और उनकी राय ली।
--आईएएनएस
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