💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

कांग्रेस नेताओं ने कहा, चुनाव में हार से पार्टी के मोल-भाव की शक्ति कम नहीं होगी

प्रकाशित 09/12/2023, 11:36 pm
कांग्रेस नेताओं ने कहा, चुनाव में हार से पार्टी के मोल-भाव की शक्ति कम नहीं होगी

नई दिल्ली, 9 दिसंबर (आईएएनएस)। भले ही कांग्रेस हाल ही में तीन हिंदी भाषी राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हार गई, लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि इस हार ने 'इंडिया' गठबंधन में 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सबसे पुरानी पार्टी की संभावनाओं और मोल-भाव की शक्ति को कम नहीं किया है।नाम न छापने की शर्त पर पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, ''तीन राज्यों के नतीजे बेशक निराशाजनक हैं, लेकिन इससे यह साबित नहीं होता कि कांग्रेस का सफाया हो गया है।''

आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस अभी भी भाजपा के खिलाफ मुख्य ताकत बनी हुई है और सबसे पुरानी पार्टी की मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उपस्थिति है, जहां क्षेत्रीय दलों की कोई पकड़ नहीं है।

जब उन्हें याद दिलाया गया कि कांग्रेस उत्तर भारत में केवल हिमाचल प्रदेश में सत्ता में है और झारखंड तथा बिहार में वह क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ गठबंधन में है, तो पार्टी नेता ने कहा, ''इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमें बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में गठबंधन में चुनाव लड़ना होगा क्योंकि राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल (यूनाइटेड), झारखंड मुक्ति मोर्चा और समाजवादी पार्टी जैसी क्षेत्रीय पार्टियां वहां मजबूत हैं।''

पार्टी के एक सूत्र ने भी नेता की भावनाओं से सहमति जताई और कहा, ''हमें जमीनी हकीकत को स्वीकार करना होगा कि इन राज्यों में क्षेत्रीय दल मजबूत हैं और कांग्रेस को उनका समर्थन हासिल करने की जरूरत है।''

हालांकि, सूत्रों ने बताया कि बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के बाद कांग्रेस की मौजूदगी बाकी सभी राज्यों में है और विशेष रूप से पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में यह भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी है।

सूत्रों ने कहा कि पार्टी उत्तर भारत में भाजपा के लिए सीधा खतरा पेश करती है और वह उसे चुनौती जरूर देगी।

सूत्रों ने कहा कि जब इंडिया गठबंधन में राज्यों के लिए सीट बंटवारे की बातचीत शुरू होगी, तो हालिया विधानसभा चुनावों के नतीजों का सबसे पुरानी पार्टी के मोल-भाव की शक्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

इस बीच, पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में खराब संबंधों को देखते हुए आप और समाजवादी पार्टी से निपटना आसान नहीं होगा। पार्टी नेता ने कहा कि दिल्ली और पंजाब में सत्ता पर काबिज आप को इन दोनों राज्यों की सीटों पर आम सहमति बनानी होगी।

उन्होंने आगे कहा कि पंजाब में आप के खिलाफ कांग्रेस मुख्य पार्टी रही है, जबकि दिल्ली में उसे आप के अलावा भाजपा का भी सामना करना पड़ा है, जिसने राष्ट्रीय राजधानी में सभी सात लोकसभा सीटें जीती थीं। पार्टी नेता ने आगे कहा कि सीट बंटवारे पर बातचीत के दौरान गठबंधन सहयोगियों के बीच सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

बुधवार शाम को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया गठबंधन फ्लोर नेताओं के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की थी और 2024 की रणनीति तैयार करने तथा सीट बंटवारे के लिए बातचीत शुरू करने के लिए दिसंबर के तीसरे सप्ताह में गठबंधन की अगली बैठक बुलाने का निर्णय लिया।

31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक के बाद, घोषणा की गई थी कि वह 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने के लिए 14 सदस्यीय समन्वय समिति और 19 सदस्यीय चुनाव रणनीति समिति बनाएगी।

इंडिया ब्लॉक की 14 सदस्यीय समन्वय समिति में कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल, एनसीपी के शरद पवार, डीएमके के टीआर बालू, झामुमो के हेमंत सोरेन, शिवसेना के संजय राउत, राजद के तेजस्वी यादव, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, आप के राघव चड्ढा, समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान, जेडीयू के ललन सिंह, सीपीआई के डी. राजा, नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती शामिल हैं। सीपीआई (एम) कमेटी के लिए अपनी पार्टी के नेता का नाम बाद में देगी।

गठबंधन की अभियान समिति में कांग्रेस के गुरदीप सिंह सप्पल, जद (यू) के संजय झा, शिवसेना के अनिल देसाई शामिल हैं।

राजद के संजय यादव, एनसीपी के पीसी चाको, झामुमो के चंपई सोरेन, समाजवादी पार्टी के किरणमय नंदा, आप के संजय सिंह, सीपीआई (एम) के अरुण कुमार, सीपीआई के बिनॉय विश्वम, नेशनल कॉन्फ्रेंस के न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हसनैन मसूदी, आरएलडी के शाहिद सिद्दीकी, आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन, एआईएफबी के जी देवराजन, सीपीआई-एमएल के रवि रॉय, वीसीके के थिरुमावलवन, आईयूएमएल के केएम कादर मोइदीन, केसी (एम) के जोस के मणि शामिल हैं। टीएमसी ने अभी तक पैनल के लिए कोई नाम नहीं दिया है।

--आईएएनएस

एफजेड/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित