भोपाल, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की कमान संभालते ही डॉ. मोहन यादव ने कई बड़े फैसले लिए हैं, जिनमें खुले में मांस-अंडे की बिक्री और तेज लाउडस्पीकर बजाए जाने पर रोक लगाने के फैसले के बाद सियासत गरमा गई है।कांग्रेस जहां इसे दुर्भावना का फैसला बताया है तो वहीं भाजपा ने इसे जरूरी माना है। राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को दो उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा के साथ शपथ ली थी। देर शाम को कैबिनेट की पहली बैठक हुई और उसमें तय किया गया कि राज्य में खुले स्थानों पर मांस और अंडों की बिक्री नहीं होगी। इतना ही नहीं धार्मिक स्थलों एवं अन्य आयोजनों में निर्धारित मापदंडों से अधिक तेजी से लाउडस्पीकर बजाने पर रोक लगाई गई है।
इसके साथ ही आवश्यक कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं। भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा है कि अगर सरकार किसानों की बात करती, महंगाई व बेरोजगारी कम करने की बात करती तो हम भी उसका स्वागत करते। मगर, जो फैसला लिया गया है, वह दुर्भावना को दर्शाता है। जहां तक लाउडस्पीकर की तेज आवाज पर बैन की बात है, यह आदेश कोई नया नहीं है, सर्वोच्च न्यायालय की गाइडलाइन का मैंने भी अध्ययन किया है।
खुले में मांस बिक्री पर बैन को लेकर आरिफ मसूद ने कहा कि पहले से ही (मांस) ढकने की बात होती है। यह तो नियम है। इस पर नगर निगम, नगर पालिका का दायित्व है। इस पर मुख्यमंत्री ने कौन-सा नया और बड़ा काम कर दिया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने सरकार की पहली कैबिनेट में लिए गए फैसले का स्वागत किया और कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश के अनुरूप डीजे, ध्वनि विस्तारक यंत्रों से होने वाले ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए निर्णय लिया गया है। लाउडस्पीकर के अनियंत्रित और नियम विरुद्ध प्रयोग को प्रतिबंधित करने हेतु निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे आमजन की परेशानियां कम होगी।
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