नई दिल्ली,17 दिसंबर (आईएएनएस)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद दुनिया ने इतनी पीड़ा कभी नहीं देखी, जितनी आज देख रही है, आज हम ज्वालामुखी के मुहाने पर बैठे हैं, एक तरफ़ इसराइल और हमास का युद्ध तथा दूसरी तरफ यूक्रेन और रूस का युद्ध है।उपराष्ट्रपति हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी व गीता महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि आए थे। इन युद्धों के संदर्भ में उपराष्ट्रपति ने कहा कि गीता की फिलॉसफी जितनी प्रासंगिक आज है, उतनी इससे पहले कभी नहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातचीत के माध्यम से युद्ध को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही थी।
धनखड़ ने कहा, "भारत वर्ष की वर्तमान शासन व्यवस्था को गीता गवर्नेंस कहा जा सकता है, क्योंकि यह समावेशी है। सबका साथ सबका विकास में विश्वास रखता है और सबको कानून की नजर में बराबर रखता है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज देश में कानून का शासन है, कानून से ऊपर कोई नहीं है। यदि आपको कानून का नोटिस मिले तो सड़क पर उतरने की अपेक्षा आप कानून का पालन करें, कोई कितना भी बड़ा क्यों हो, कानून सबसे ऊपर है। उन्होंने बढ़ती हुई तकनीकी सुविधाओं का जिक्र करते हुए कहा, "आप लोगों को बदलता हुआ भारत नजर आ रहा होगा, बिजली का बिल जमा करने, रेलवे की टिकट, पानी का बिल जमा करने के लिए, पासपोर्ट लेने के लिए लंबी लाइन लगती थी, आज आपको सुविधाओं का लाभ सीधा मिलता है, शासन को पारदर्शी बनाया गया है।'
अंतरिक्ष में भारत की बढ़ती ताकत का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत वह पहला देश है, जिसने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 को उतारा और भारत ऐसा करिश्मा करने वाला पहला देश है, अब वहां शिव शक्ति पॉइंट भी है और तिरंगा पॉइंट भी है। उन्होंने जी-20 के सफल आयोजन का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा जी-20 आयोजन साधारण जी-20 नहीं था, भारत के प्रधानमंत्री ने बहुत बड़ा कदम उठाया और वसुधैव कुटुंबकम् को दुनिया के पटल पर रखा, हमारे जी-20 की थीम - "एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य" थी, जो पूरी तरह से गीता के दर्शन पर आधारित है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत दुनिया के गिने-चुने देश में है जो क्वांटम कंप्यूटिंग और ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र में बहुत तीव्रता से कम कर रहा है। भारत सिक्स जी और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में भी बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने लोगों से राष्ट्र हित को सर्वोपरि रखने का आग्रह करते हुए कहा कि भारत का हित सर्वोपरि रखें है, भारतीयता में अटूट विश्वास रखें।
उन्होंने कहा कि हमें भारतीय होने पर गर्व करना चाहिए, हमें अपनी ऐतिहासिक उपलब्धियां पर गर्व करना चाहिए, भारत का अमृतकाल आज गौरवकाल बन गया है।
--आईएएनएस
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