नई दिल्ली, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। काशी तमिल संगमम के दूसरे चरण के पेशेवरों (गोदावरी) के प्रतिनिधिमंडल समूह ने हनुमान घाट का दौरा किया। आचार्यों से वाराणसी के विभिन्न घाटों के इतिहास के बारे में जानकारी हासिल की। प्रतिनिधियों ने घाट पर स्थित प्राचीन मंदिरों का भी दौरा किया। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक समूह ने हनुमान घाट स्थित सुब्रमण्यम भारती के आवास पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने कांची मठ का भी दौरा किया और मठ के इतिहास के बारे में भी जानकारी हासिल की। काशी तमिल संगमम का दूसरा चरण 30 दिसंबर 2023 तक जारी रहेगा। पिछले साल, काशी तमिल संगमम् का पहला चरण 16 नवंबर से 16 दिसंबर 2022 तक आयोजित किया गया।
जीवन के विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों से लगभग 1,400 (प्रत्येक 200 व्यक्तियों के 7 समूह) लोग यात्रा कर रहे हैं। छात्रों, शिक्षकों और पेशेवरों वाले पहले तीन समूह पहले ही वाराणसी पहुंच चुके हैं। काशी प्रवास के दौरान वे अपने यात्रा कार्यक्रम के अनुसार प्रयागराज और अयोध्या भी जा रहे हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का यह कार्यक्रम प्राचीन भारत के शिक्षा और संस्कृति के दो महत्वपूर्ण केंद्रों - वाराणसी और तमिलनाडु के बीच जीवंत संबंधों को पुनर्जीवित करता है। काशी आने वालों में छात्र, शिक्षक, किसान और कारीगर, व्यापारी और व्यवसायी, धार्मिक व्यक्ति, लेखक और पेशेवर शामिल हैं। प्रत्येक समूह का नाम एक पवित्र नदी (गंगा, यमुना, सरस्वती, सिंधु, नर्मदा, गोदावरी और कावेरी) के नाम पर रखा गया है। ये प्रतिनिधि ऐतिहासिक, पर्यटन और धार्मिक रुचि के स्थानों की यात्रा कर रहे हैं।
यहां वे अपने कार्यक्षेत्र से संबंधित उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ बातचीत भी करेंगे। इसमें सर्वोत्तम प्रथाओं में अभिज्ञान प्राप्त करने, शिक्षण को बढ़ावा देने और विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए स्थानीय समकक्षों (बुनकरों, कारीगरों, कलाकारों, उद्यमियों, लेखकों आदि) के साथ अधिक जुड़ाव और बातचीत करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
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