हैदराबाद, 22 दिसंबर (आईएएनएस)। तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने संसद से विपक्षी सांसदों के निलंबन के खिलाफ हैदराबाद में 'इंडिया' गठबंधन के विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।कांग्रेस और वामपंथी दलों ने 'इंडिया' गठबंधन के सांसदों के अलोकतांत्रिक निलंबन की निंदा करते हुए राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किया। विक्रमार्क ने हैदराबाद के इंदिरा पार्क धरना चौक पर धरने का नेतृत्व किया।
'लोकतंत्र बचाओ' नारे के साथ आयोजित विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए।
कांग्रेस और वामपंथी दलों के नेताओं ने "अलोकतांत्रिक कार्रवाई" के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में अत्याचारी शासन है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दल 13 दिसंबर की संसद सुरक्षा उल्लंघन घटना पर प्रधानमंत्री या गृह मंत्री से बयान की मांग कर रहे थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने ऐसा व्यवहार किया जैसे संसद में कुछ हुआ ही नहीं। कांग्रेस नेता ने 146 सांसदों के निलंबन को शर्मनाक बताया।
विक्रमार्क ने भाजपा सरकार पर देश की सुरक्षा व्यवस्था को तार-तार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि लोग लोकतंत्र को बचायें।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोगों के बलिदान के कारण देश को आजादी मिली, लेकिन आज देश में अत्याचारी शासन है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक के. संबाशिव राव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में सुरक्षा उल्लंघन के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर की घटना पर सरकार से सवाल पूछने वाले विपक्षी सांसदों का निलंबन अत्याचारपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सुरक्षा उल्लंघन की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
--आईएएनएस
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