💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

एमवीए ने पुणे में किसानों की मांगों के लिए 'किसान आक्रोश मोर्चा' शुरू किया

प्रकाशित 27/12/2023, 11:04 pm
एमवीए ने पुणे में किसानों की मांगों के लिए 'किसान आक्रोश मोर्चा' शुरू किया
XNO/USD
-

पुणे (महाराष्ट्र), 27 दिसंबर (आईएएनएस)। विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने बुधवार को छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्मस्थान शिवनेरी किले से पुणे कलेक्टरेट तक किसानों की मांगों को लेकर अपना 4 दिवसीय, 100 किलोमीटर लंबा 'किसान आक्रोश मोर्चा' शुरू किया।राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के सांसद डॉ. अमोल कोल्हे ने एमवीए सहयोगी कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के विधायकों और नेताओं के साथ शिवनेरी किले पर श्रद्धांजलि अर्पित करके मार्च शुरू किया, जिसमें कई महिलाओं तथा युवाओं समेत हजारों किसान बैनर और तख्तियां लेकर शामिल थे।

हर रोज सुबह 8 से रात 8 बजे तक जारी मार्च विभिन्न स्थानों पर सार्वजनिक बैठकों के साथ खत्म होगा। यह 30 दिसंबर 2023 को पुणे में राकांपा अध्यक्ष शरद पवार द्वारा संबोधित की जाने वाली एक विशाल सार्वजनिक रैली में समाप्त होगा।

मीडिया से बातचीत करते हुए, डॉ. कोल्हे और अन्य ने विरोध जुलूस निकालने के लिए किसानों की प्रमुख मांगों को सूचीबद्ध किया।

डॉ. कोल्हे ने कहा, ''प्याज निर्यात पर लगा प्रतिबंध तुरंत हटाया जाना चाहिए और प्याज निर्यात के लिए दीर्घकालिक नीति बनाई जानी चाहिए। किसानों को विशेष रूप से कीट-प्रवण क्षेत्रों में कृषि के लिए दिन के समय बिजली आपूर्ति मिलनी चाहिए। फसल बीमा कंपनियों की मनमानी पर लगाम लगाई जाए और किसानों को नुकसान का मुआवजा तुरंत मिले।''

डॉ. कोल्हे ने सवाल किया कि इस साल खरीफ (मानसून) और रबी (सर्दियों) की फसल के मौसम के दौरान हुए भारी नुकसान को देखते हुए किसान पूर्ण फसल ऋण माफी के हकदार क्यों नहीं हैं, जबकि सरकार ने बड़े कॉरपोरेट घरानों का 25 लाख करोड़ रुपये का बकाया माफ कर दिया है।

उन्होंने किसानों के बच्चों के लिए एक औपचारिक शिक्षा ऋण नीति और सभी दूध उत्पादक किसानों के लिए समान सब्सिडी की मांग की। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन द्वारा किए गए सभी वादों को लागू करने का आग्रह किया, जो 'किसानों की सरकार' होने का दावा करते हैं।

डॉ. कोल्हे ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों की दोषपूर्ण नीतियों के कारण किसान बहुत संकट में हैं, जिन्हें केवल सत्ता में बने रहने की चिंता है।

डॉ. कोल्हे ने कहा, "हम छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित हैं, जिन्होंने खेती करने वालों को पूरी सुरक्षा दी थी। लेकिन, उनके नाम का सहारा लेकर सत्ता में आने वाली भाजपा सरकार ने खेती करने वालों को बर्बाद कर दिया है।"

यह लड़ाई उन सभी कृषक भाइयों, माताओं, बहनों के लिए है, जो अन्यायपूर्ण व्यवस्था से उत्पीड़ित हैं।

--आईएएनएस

एफजेड/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित